रमजान रहमतों, बरकतों और 'गुनाहों से निजात का महीना है। रमजान वो महीना है, जिसमें आप अपनी इबादतों से अपने गुनाह और गलतियां माफ करवा सकते हैं। अल्लाह और उसके रसूल ने कुरआन में वादा किया है कि इस माह जो भी बंदा हमारे बताए नियमों का पालन करते हुए इबादत करेगा, तो उसका सवाब आम दिनों से कई गुना ज्यादा मिलेगा। हर जायज दुआ कुबूल होगी। इस्लाम के पांच स्तंभ हैं, कलमाये शहादत की गवाही, नमाज, जकात, रोजा और हज। यही इस्लाम की बुनियाद है। यह महीना सिर्फ इबादत का ही नहीं इंसानियत के लिए बहुत खास है, तो चलिए ''मंजर भोपाली मशहूर शायर'' से जानते हैं इस बारे में।