चंडीगढ़ | अनंत विभूषित वैष्णव कुलभूषण श्री श्री 1008 श्री महंत नित्य गोपाल दास जी द्वारा महाराज पीठाधीश्वर श्री मणिराम दास छोटी छावनी, अध्यक्ष श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट व श्री कृष्ण जन्मभूमि न्यास मथुरा के संरक्षण में बाबा हरजीत सिंह रसूलपुर को वैष्णव संप्रदाय की धर्म ध्वजा को सम्पूर्ण विश्व में कीर्तिमान स्थापित करने के लिए सनातन धर्म का वैभव व राष्ट्रीय संत की उपाधि व वैष्णव पदम अलंकरण दे सम्मानित किया ।
गोरबतलब है कि निहंग बाबा हारजीत सिंह रसूलपुर उन निहंग बाबा फकीर सिंह के कुल के आठवें वंशज जिन्होंने साल 1858 के नवंबर महीने में 25 निहंग सिंहों (सिखों) के साथ बाबरी मस्जिद ढांचे पर कब्जा कर उसमें हवन किया, साथ में दीवारों पर राम राम लिखा और भगवे ध्वज लगाए । इसके उपरांत उनके खिलाफ बाबरी मस्जिद के मुअज्जिम (मस्जिद अधिकारी) की शिकायत पर अवध के थानेदार द्वारा 30 नवंबर, 1858 को 25 निहंग सिंहों (सिखों) के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। यह एक बड़ी और महत्वपूर्ण एतेहासिक घटना है पर और अत्यधिक महत्वपूर्ण तब हो जाती है जब 9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट जिन एविडन्स / साक्ष्यों के आधार पर हिंदुओं के पक्ष में निर्णय सुनाता है उसमें इसे भी एक महत्वपूर्ण साक्ष्य के तोर पर लेता है ।
श्री श्री 1008 श्री महंत नित्य गोपाल दास जी ने निहंग बाबा हरजीत सिंह रसूलपुर को राष्ट्रीय संत घोषित किया , राष्ट्रीय संत घोषित हुए निहंग बाबा हरजीत सिंह रसूलपुर
बाबा हरजीत सिंह रसूलपुर ने 22 जनवरी 2024 को श्री राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के समय अपने निहंग सिंहों के साथ अयोध्या में लंगर लगा देश विदेश से आने वाली संगत की सेवा की थी । इस मोके बाबा हरजीत सिंह रसूलपुर ने श्री श्री 1008 श्री महंत नित्य गोपाल दास जी एवं महाराज पीठाधीश्वर श्री मणिराम दास छोटी छावनी का इस सम्मान के लिए हृदय की गहराई से धन्यवाद किया ।