नई दिल्ली। फाल्गुन माह के समापन के बाद अब चैत्र के महीने की शुरुआत हो गई है। इस महीने में मां दुर्गा, भगवान श्रीराम और सूर्य देव की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही विशेष चीजों का दान करना शुभ माना जाता है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, चैत्र माह के नवरात्र में मां दुर्गा की उपासना और व्रत करने से साधक को शुभ फल की प्राप्ति होती है और जीवन में खुशियों का आगमन होता है। साथ ही रुके हुए काम जल्द पूरे होते हैं।
चैत्र महीने में कई महत्वपूर्ण व्रत और पर्व मनाए जाते हैं। जैसे- भालचद्र संकष्टी चतुर्थी, शीतला सप्तमी, पापमोचनी एकादशी और चैत्र नवरात्र आदि। इन सभी पर्व का विशेष महत्व है। ऐसे में आइए जानते हैं कि इस महीने में पड़ने वाले व्रत-त्योहारों के बारे में।
चैत्र माह 2025 डेट
वैदिक पंचांग के अनुसार, चैत्र माह की शुरुआत आज यानी 15 मार्च से हो गई है। वहीं, इस माह का समापन अगले महीने यानी 12 अप्रैल को होगा।
चैत्र माह 2025 के व्रत-त्योहार की लिस्ट
- 15 मार्च - चैत्र माह की शुरुआत होगी।
- 16 मार्च - होली भाई दूज
- 17 मार्च - भालचन्द्र संकष्टी चतुर्थी और छत्रपति शिवाजी जयंती
- 19 मार्च - रंग पंचमी
- 22 मार्च - शीतला अष्टमी, बसोड़ा, कालाष्टमी और मासिक कृष्ण जन्माष्टमी
- 25 मार्च - पापमोचनी एकादशी
- 27 मार्च - प्रदोष व्रत
- 29 मार्च - चैत्र अमावस्या और सूर्य ग्रहण
- 30 मार्च - हिंदू नव वर्ष और चैत्र नवरात्र की शुरुआत। इसी दिन गुड़ी पड़वा भी है।
- 31 मार्च- गणगौर पूजा।
- 01 अप्रैल- मासिक कार्तिगाई और विनायक चतुर्थी
- 02 अप्रैल - लक्ष्मी पञ्चमी
- 03 अप्रैल - यमुना छठ, रोहिणी व्रत और स्कन्द षष्ठी
- 05 अप्रैल - मासिक दुर्गाष्टमी
- 06 अप्रैल - राम नवमी और स्वामीनारायण जयंती
- 08 अप्रैल - कामदा एकादशी
- 09 अप्रैल - वामन द्वादशी
- 10 अप्रैल - महावीर स्वामी जयन्ती, प्रदोष व्रत
- 12 अप्रैल - हनुमान जयंती और चैत्र पूर्णिमा
चैत्र नवरात्र 2025 डेट
पंचांग के अनुसार, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 29 मार्च को शाम 04 बजकर 27 मिनट पर पर होगी और 30 मार्च को दोपहर 12 बजकर 49 मिनट पर तिथि समाप्त होगी। ऐसे में चैत्र नवरात्र की शुरुआत 30 मार्च से होगी और समापन 07 अप्रैल को होगा।