Sunday, 11 May 2025
BREAKING
प्रौढ़ शिक्षा कर्मी यूनियन की मांग, जेबीटी अध्यापकों की तरह मिले ग्रेज्युटी हरियाणा के स्कूलों में चलेगा स्वास्थ्य जीवन अभियान अमेरिका पहुंचा पुतिन का दूत, यूक्रेन युद्ध पर ट्रंप के अधिकारियों से होगी बात पीएम मोदी और मोहम्मद यूनुस की होगी मुलाकात, भारत-बांग्लादेश के संबंधों में क्या आएगा सुधार? 600 परिवार को बेदखल करेगा वक्फ बिल? एक जमीन का टुकड़ा बना BJP का सियासी हथियार हम एक मजबूत भारत का निर्माण कर सकते हैं : पीएम मोदी 5जी डाउनलोड स्पीड में जियो सबसे तेज़- ऊकला खालिस्तानी समर्थक पन्नू को आप नेताओं ने दिया मुंह तोड़ जवाब वक्फ बिल में किए गए संशोधन असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक हैं: बलबीर सिद्धू भाजपा ने हाउस टैक्स के खिलाफ खोला मोर्चा, मुख्य सचिव से मिलकर जताया विरोध

धर्म कर्म

हिंदू पंचांग के अनुसार इस दिन मनाया जाएगा तुलसी पूजन दिवस, नोट करें नियम और शुभ मुहूर्त

Updated on Sunday, December 22, 2024 10:49 AM IST

चंडीगढ़ ।  हिंदू धर्म में पूजन दिवस का विशेष महत्व है। इस दिन भक्त तुलसी माता की पूजा करते हैं और उनके लिए व्रत रखते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, तुलसी पूजन दिवस हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है। माना जाता हैं कि तुलसी के पौधे में देवी लक्ष्मी का वास होता है और उनकी पूजा से भगवान श्री हरि विष्णु के साथ माता लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है। अगर आप सुख-शांति की कामना करते हैं, तो आपको मां तुलसी की उपासना जरूर करनी चाहिए, तो आइए इस दिन  से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों को जानते हैं।

कब है तुलसी पूजन दिवस 2024?

हिंदू पंचांग के अनुसार, तुलसी पूजन दिवस हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है। इस साल पौष मास के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि 24 दिसंबर, दिन मंगलवार को शाम 7 बजकर 52 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इस तिथि का समापन 25 दिसंबर, दिन बुधवार को रात 10 बजकर 29 मिनट पर होगा। पंचांग के आधार पर तुलसी पूजन दिवस 25 दिसंबर को ही मनाया जाएगा।

मां तुलसी की पूजा विधि

सबसे पहले भक्त ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें। फिर लाल रंग के वस्त्र धारण करें। फिर मंदिर की अच्छी तरह से सफाई करें। अपने घरों और मंदिरों को रंगोली व फूलों से सजाएं। तुलसी के पौधे में जल अर्पित करें। कुमकुम लगाएं। तुलसी जी का 16 शृंगार करें। उन्हें फूल, माला, फल, पंचामृत धूप, दीप, लाल चुनरी, शृंगार की सामग्री और मिठाई आदि चीजें अर्पित करें।

वैदिक मंत्रों का जाप करें। आरती से पूजा का समापन करें। पूजा में हुई गलती के लिए माफी मांगे। फिर प्रसाद का वितरण घर के सदस्यों व अन्य लोगों में करें। बड़े-बुजुर्ग का आशीर्वाद लें और जरूरतमंदों की मदद करें। जो लोग व्रत कर रहे हैं, वे सात्विक भोजन से ही व्रत खोलें। इस दिन सभी प्रकार की तामसिक चीजों से परहेज करें।

देवी तुलसी पूजन मंत्र

देवी त्वं निर्मिता पूर्वमर्चितासि मुनीश्वरैः,

नमो नमस्ते तुलसी पापं हर हरिप्रिये।।

महाप्रसाद जननी सर्व सौभाग्यवर्धिनी,

आधि व्याधि हरा नित्यं तुलसी त्वं नमोस्तुते।।

Have something to say? Post your comment
जानें Kainchi Dham क्यों कहलाता है नीब करौली बाबा का आश्रम

: जानें Kainchi Dham क्यों कहलाता है नीब करौली बाबा का आश्रम

जानें  गणेश जी ने मूषक राज को ही अपने वाहन के रूप में क्यों चुना?

: जानें गणेश जी ने मूषक राज को ही अपने वाहन के रूप में क्यों चुना?

प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा  करने से जीवन में होगी सभी सुखों की प्राप्ति

: प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करने से जीवन में होगी सभी सुखों की प्राप्ति

कब है पापमोचनी एकादशी-चैत्र नवरात्र, आइए जानते हैं इस माह के व्रत और त्योहार

: कब है पापमोचनी एकादशी-चैत्र नवरात्र, आइए जानते हैं इस माह के व्रत और त्योहार

काशी विश्वनाथ मंदिर में कब और कौन करते हैं सप्तर्षि आरती? आइए, इसके बारे में जानें सबकुछ

: काशी विश्वनाथ मंदिर में कब और कौन करते हैं सप्तर्षि आरती? आइए, इसके बारे में जानें सबकुछ

रमजान को संयम का महीना माना जाता है,यह महीना सिर्फ इबादत का ही नहीं इंसानियत के लिए बहुत खास  है

: रमजान को संयम का महीना माना जाता है,यह महीना सिर्फ इबादत का ही नहीं इंसानियत के लिए बहुत खास है

झारखंड के सोनमेर मंदिर में पूरी होती है मनोकामना, पाहन करते हैं मुंडारी भाषा में मंत्रोच्चार

: झारखंड के सोनमेर मंदिर में पूरी होती है मनोकामना, पाहन करते हैं मुंडारी भाषा में मंत्रोच्चार

हिंदू धर्म के पुराणों से आयुर्वेद तक: मेंहदी क्यों है इतनी खास

: हिंदू धर्म के पुराणों से आयुर्वेद तक: मेंहदी क्यों है इतनी खास

रमजान का महीना होने वाला है  शुरू , जानें जकात का महत्व

: रमजान का महीना होने वाला है शुरू , जानें जकात का महत्व

56वें वार्षिक मूर्ति स्थापना समारोह में  श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की धूम

: 56वें वार्षिक मूर्ति स्थापना समारोह में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की धूम

X