चंडीगढ़, 17 जून। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि कोरोना की दूसरी लहर से निपटने के लिए बनाए गए अस्थाई कोरोना अस्पतालों को छह माह तक खुला रखा जाएगा। उसके बाद की स्थिति पर रिव्यू के बाद ही इन्हें बंद करने के संबंध में फैसला होगा। इसके साथ ही प्रदेश सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी अभी से शुरू कर दी है। इसके लिए सभी जिलों में बच्चों के लिए अलग से वार्ड बनाए जा रहे हैं।
बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में बताया कि प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों को निर्देश जारी किए जा चुके हैं कि वह प्रत्येक जिला अस्पताल में बच्चों के लिए पचास-पचास बैड आरक्षित करने के निर्देश दिए हैं। सभी जिला सिविल सर्जनों से इस बारे में रिपोर्ट ली जा रही है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि हरियाणा में कोरोना की पहली लहर के दौरान मार्च से अक्टूबर माह तक कोरोना का पीक रहा। दूसरी लहर के दौरान मार्च से मई माह तक कोरोना पूरे पीक पर रहा है। दूसरी लहर के दौरान हुए लॉकडाउन में अर्थव्यवस्था पर कोई असर नहीं पडऩे दिया।
मुख्यमंत्री ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान पानीपत व हिसार में विशेष कोरोना अस्पताल बनाए गए हैं। जिनमें इस समय बहुत कम रोगी आ रहे हैं। इसके बावजूद सरकार ने फैसला किया है कि अगले छह माह तक यह अस्पताल खुले रखे जाएंगे। छह माह बाद रिव्यू करके इन अस्पतालों को बंद कर दिया जाएगा।
जल्द तैयार होंगे 75 प्रतिशत आरक्षण के नियम
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश सरकार के दूसरे कार्यकाल के दौरान मुख्य उपलब्धी युवाओं को निजी क्षेत्र में 75 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करना है। उन्होंने बताया कि राज्यपाल द्वारा इसे मंजूरी दी जा चुकी है। कुछ ओद्योगिक संगठनों द्वारा इस फैसले पर विरोध के साथ अपने सुझाव दिए गए थे। उद्योगपतियों की मुख्य मांग उन्हें कुशल कर्मचारी दिए जाएं। इसके लिए सरकार ने काम शुरू कर दिया है। संबंधित विभागीय अधिकारियों द्वारा इसके नियमों का ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है। जिसे जल्द ही लागू किया जाएगा।