चंडीगढ़| आज पंचायती राज दिवस के मौक़े पर ग्राम एशोसिएशन ऑफ़ भारत का गठन किया गया है,जिसमें देश के हर राज्य से सरपंच,मुखिया,प्रधान ने भागेदारी की। ग्राम एसोसिएशन ऑफ़ भारत के शेरपा देश की पहली हाईटेक एवं महिला हितैषी पंचायत बीबीपुर गांव के पूर्व सरपंच एवं पंचायती राज अधिकारों के सक्रिय एक्टिविस्ट सुनील जागलान को बनाया गया है ।
देश में पहली बार पूरे देश से पंचायतों को शामिल कर ऐसा संगठन खड़ा किया गया है । ग्राम एसोसिएशन ऑफ़ भारत के अन्य सदस्य सुजाता महाराष्ट्र,कुलदीप सिंह जम्मू,बबीता बिहार,आरती देवी,अभिषेक सिंह उतर प्रदेश,निमकित सिक्किम,रोहित तिवारी मध्य प्रदेश , श्रीनिवास तेलंगाना से बनाए गए हैं।
सुनील जागलान बने ग्राम एसोसिएशन ऑफ़ भारत के शेरपा |
सुनील जागलान ने बताया कि देश में कहीं पर सरपंच,मुखिया,प्रधान तथा अन्य शब्दों का प्रयोग किया जाता है इसलिए ग्राम एशोसिएशन में मुझे ग्राम प्रतिनिधियों ने ग्राम शेरपा शब्द की उपाधि दी है । पिछले 2 साल में उन्होंने 30,000 से ज़्यादा सरपंचों के साथ देश के अलग-अलग राज्यों में डायलॉग स्थापित किया है । सभी से विचार विमर्श के बाद ही निर्णय लिया कि देश को पंचायत के एक ऐसे प्लेटफार्म की ज़रूरत है जिसमें देश के हर हिस्से से पंचायत प्रतिनिधि शामिल हो ।
सुनील जागलान ने बताया कि आज की तारीख में संविधान धान में पंचायत और नगर पालिका को स्थानीय सरकार के रूप में प्रतिष्ठित किया गया है । संविधान की 11वीं अनुसूची के माध्यम से पंचायत को 29 विषयों का प्राधिकार दायित्व सौंपा गया है,क्योंकि स्थानीय सरकार सातवीं अनुसूची के अनुसार राज्य का विषय है,अतः उपरोक्त उपरोक्त सम्बंधित विषयों पर संविधान ने प्राधिकार तथा दायित्व सौंपने की जिम्मेदारी राज्य विधान मंडलों को सौंपा है।
कुछ राज्यों में तो न के बराबर है। यह प्रावधान सही अर्थों में तभी लागू होगा, जब संविधान द्वारा प्रदत्त विषयों से संबन्धित सभी कार्य , कर्मी तथा कोष, स्थानीय सरकार को सौंपे जायें|