चंडीगढ़। सेक्टर 32 स्थित गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज के इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल की ओर से आइडिया फोर्ज 25 का आयोजन किया गया, जो नवाचार और उद्यमशीलता उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए था। इस दौरान हुए विभिन्न सत्रों में विशेषज्ञों के नेतृत्व में चर्चाएं और व्यावहारिक कार्यशालाएं शामिल थीं, जो प्रतिभागियों को अत्याधुनिक व्यावसायिक कौशल से लैस करने के लिए तैयार की गई थीं। विविध पृष्ठभूमियों के 100 से अधिक छात्रों और उभरते उद्यमियों ने इस कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया। जीजीडीएसडी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा ने संस्थान की ‘ग्रीन वेलकम’ पहल के तहत वक्ताओं का पौधे देकर स्वागत किया। अपने संबोधन में डॉ. शर्मा ने उद्यमशीलता की मानसिकता को बढ़ावा देने में इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया और व्यावसायिक नवाचार को आगे बढ़ाने में उद्योग-शैक्षणिक सहयोग के महत्व पर बल दिया।
दिन की शुरुआत प्रसिद्ध ह्यूमन कैपिटल ट्रांसफॉर्मेशन एंड चेंज मैनेजमेंट कंसल्टेंट हितेश गुलाटी द्वारा आयोजित एक कार्यशाला से हुई। उनके सत्र, "बीएमसी कार्यशाला: एक मजबूत बिजनेस मॉडल कैनवास का निर्माण", ने उपस्थित लोगों को व्यवहार्य और टिकाऊ व्यवसाय मॉडल विकसित करने के लिए व्यावहारिक रूपरेखा प्रदान की। प्रतिभागियों ने ऐसे अभ्यासों में भाग लिया जिनमें वैल्यू प्रोपोजिशंस, कस्टमर सेगमेंटशन, रेवेन्यू जेनरेशन स्ट्रेटजिस तथा व्यवसाय की मापनीयता के लिए आवश्यक प्रमुख साझेदारी गतिशीलता जैसे महत्वपूर्ण तत्वों पर जोर दिया गया।
बिजनेस मॉडल विकास कार्यशाला के बाद कार्यक्रम एक उच्च-प्रभावी पैनल चर्चा में परिवर्तित हो गया, जिसका शीर्षक था “भारतीय उद्यमियों के लिए रोडमैप: स्टार्टअप इकोसिस्टम को आगे बढ़ाना।” इस सत्र में उद्योग जगत के कई प्रतिष्ठित दिग्गज एक साथ आए, जिन्होंने भारत के उभरते उद्यमशीलता परिदृश्य के बारे में अपने विविध अनुभव और अंतर्दृष्टि साझा की। दुर्गा सीड्स के मैनेजिंग पार्टवर करण महाजन ने कृषि व्यवसाय नवाचार और उद्यमिता में टिकाऊ प्रथाओं की भूमिका पर चर्चा की।
आइडिया फोर्ज 25 के विभिन्न सत्रों में विशेषज्ञों के नेतृत्व में आयोजित हुईं चर्चाएं और व्यावहारिक कार्यशालाएं
नियो प्रोजेक्ट के सह-संस्थापक और आर के मेडिक्स और फूप्रो इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड के पार्टनर रजत मल्होत्रा ने इंडस्ट्रियल थ्रेड डिस्ट्रीब्यूशन और प्रोस्थेटिक्स मार्केटिंग में अपने 30 से अधिक वर्षों के अनुभव का लाभ उठाते हुए व्यवसाय विस्तार में अनुकूलनशीलता पर प्रकाश डाला। पाइरेट्स ऑफ ग्रिल के संस्थापक अरविंदर सिंह ने खाद्य एवं आतिथ्य उद्योग में उद्यमों के विस्तार पर विशेषज्ञता प्रदान की। प्रो अल्टीमेट जिम्स के संस्थापक अभिषेक गगनेजा ने फिटनेस क्षेत्र में ब्रांड विभेदीकरण के महत्व पर जोर दिया। पनाकोट्टास के सह-संस्थापक अर्जुन के पजनी और प्राक्षी ने उपभोक्ता-केंद्रित व्यवसायों को बढ़ाने के लिए डिजिटल प्लेटफार्मों का लाभ उठाने की रणनीतियों को साझा किया।
चर्चा में स्टार्टअप इकोसिस्टम के प्रमुख पहलुओं पर चर्चा की गई, जिसमें रेगुलेटरी कंप्लायंस, पूंजी अधिग्रहण, प्रतिस्पर्धी स्थिति और बाजार प्रवेश रणनीतियां शामिल थीं। पैनलिस्टों ने उद्यमशीलता संबंधी चुनौतियों पर काबू पाने के लिए प्रत्यक्ष अंतर्दृष्टि प्रदान की, तथा उपस्थित लोगों को गतिशील स्टार्टअप परिदृश्य में आगे बढ़ने और सफल होने के लिए कार्यान्वयन योग्य रणनीतियां प्रदान कीं। अंतिम सत्र "निवेशकों को आकर्षित करने के लिए एक विजयी पिच तैयार करना" का नेतृत्व एंजेलब्लू के सह-संस्थापक और सीईओ मनीष वर्मा ने किया, जो एक पूर्ण-स्टैक एंजेल नेटवर्क है जो स्टार्टअप फंडिंग और रणनीतिक स्केलिंग में विशेषज्ञता रखता है।
वर्मा ने निवेशकों के लिए आकर्षक पिचों की संरचना पर एक गहन मास्टरक्लास का आयोजन किया, जिसमें वित्तीय मॉडलिंग, बाजार विभेदीकरण और निवेश अपील को बढ़ाने वाली प्रेरक कहानी कहने की तकनीक जैसे आवश्यक घटकों को शामिल किया गया। उन्होंने निवेशकों का विश्वास हासिल करने में डेटा-संचालित आख्यानों के महत्व पर जोर दिया तथा एक स्टार्टअप के केस स्टडी के माध्यम से इसे स्पष्ट किया, जिसने एक सुव्यवस्थित पिच डेक का लाभ उठाकर सफलतापूर्वक सीड फंडिंग जुटाई।