चंडीगढ़। एक बार फिर हस्तकला व लोककला का जादू परेड ग्राउंड में चंडीगढ़, पंजाब ,हरियाणा वासियों को विस्मृत करेगा - 3 बार कैंनेस फिल्म फेस्टिवल में लाख चूड़ी मेकिंग का डेमो दे चुके अवार्डी कलाकार इस्लाम अहमद ,संत कबीर अवार्डी रपोलू रामलिंगम विशेष आकर्षण होंगे ।
अवार्डी कलाकारों द्वारा लाख की चूड़ियाँ , राजस्थानी वुड वर्क ,खादी बुनाई ,टाई डाई , तमिलनाडु की वुड कार्विंग ,कांच ,मधुबनी पेंटिंग ,डाल मेकिंग की लाइव डेमोंस्ट्रेशन शहरवासियों को भारत की विभिन्न हस्त कलाओं से परिचित कराएगा ।
रूह (रूरल अर्बन हेरिटेज )फेस्टिवल 2024 की अपार सफलता के पश्चात रूह फेस्टिवल 2025 के पिटारे में इस बार क्या ,कौन से राष्ट्रीय कलाकार करेंगे परफॉर्म , अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कितने हस्त कलाकार रहेंगे मौजूद , आयोजक वरुण वर्मा ने सेक्टर- 7 ढाबा में दी विस्तृत जानकारी ।
4 अप्रैल से लुधियाना व 2 मई से परेड ग्राउंड चंडीगढ़ में इस बार भी विरासत व भारत की संस्कृति का विशाल प्रदर्शन रूह फेस्टिवल का उद्देश्य है। इस बार भी रूरल अर्बन हेरिटेज फेस्टिवल भारत की सांस्कृतिक विरासत एवं विभिन्न कलाओं, व्यंजनों एवं हस्तशिल्प को एक जगह लाकर इन्हें पहचान एवं गौरव दिलाने का अनूठा प्रयास दोहराएगा । 2 मई से चंडीगढ़ सेक्टर- 17 के परेड ग्राउंड में फेस्ट की शुरुआत होगी फेस्टिवल के बारे में आयोजक वरुण व सुनील वर्मा ने बताया कि "फेस्टिवल में 7 देशों और 20 राज्यों के जाने-माने कलाकार लोक नृत्य और लोक संगीत, शिल्प कला और सूफी संगीत आधारित प्रस्तुतियां देंगे । इस दौरान भिन्न भिन्न मूर्तिकला के साथ-साथ शिल्पकला और अन्य कलाओं पर आधारित लाइव वर्कशॉप भी लगाई जाएगी, जिसमें स्कूली बच्चों की भागीदारी निःशुल्क रहेगी । उन्होंने कहा कि फेस्टिवल का उद्देश्य भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करना, बढ़ावा देना और लोकप्रिय बनाना है । मेले में प्रतिदिन हजारों लोगों के पहुंचने की संभावना है । हर शाम छह बजे से आठ बजे तक लोक प्रदर्शन और रात आठ बजे से दस बजे तक मुख्य कलाकारों का प्रदर्शन होगा। वहीं दिन में साढ़े ग्यारह बजे से दो बजे तक स्थानीय कलाकारों को अपनी कला के प्रदर्शन का मौका मिलेगा ।