चंडीगढ़,21 अक्तूबर ( न्यूज़ अपडेट इंडिया ) । हरियाणा विधानसभा का सोमवार से शुरू होने वाला मानसून सत्र बेहद छोटा लेकिन हंगामेदार होगा। विपक्षी राजनीतिक दलों ने विधानसभा के भीतर सरकार को घेरने की तैयारी पूरी कर ली है। उधर सरकार भी विपक्ष के सवालों का जवाब देने को तैयार है। विधानसभा का सत्र सोमवार को दो बजे शुरू होगा, जो 25 अक्टूबर तक चलेगा। हालांकि विपक्ष पहले से ही सत्र की अवधि बढ़ाने की मांग कर रहा है लेकिन बिजनेस सलाहकार समीति मानसून सत्र की अवधि तीन दिन के लिए तय कर चुकी है।
इस सत्र के पहले ही दिन मृतकों को श्रद्धांजलि देने पर सरकार फंस सकती है।
छोटे से सत्र में कई हंगामों की तैयारी में विपक्ष
डेरा प्रकरण,दादूपुर नहर समेत कई मुद्दों पर होगी घेराबंदी
हालही में डेरा सच्चा सौदा प्रकरण के दौरान मारे गए 40 व्यक्तियों में अधिकतर हरियाणा के थे। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज खुलेआम हिंसा में मारे गए व्यक्तियों के परिजनों को मुआवजा प्रदान करने की मांग कर चुके हैं। 25 अगस्त को हुआ घटनाक्रम हरियाणा सरकार के तीन वर्ष के कार्यकाल में सबसे बड़ी हिंसा थी। इससे पहले हरियाणा सरकार जाट आरक्षण आंदोलन में मारे गए युवकों को भी शहीद मानते हुए विधानसभा में श्रद्धांजलि दे चुकी है। ऐसे में यह तय माना जा रहा है कि विपक्ष के साथ-साथ सरकार के कई अपने भी इस मुद्दे पर एकजुट नजर नहीं आएंगे। इसके अलावा विपक्ष द्वारा सरकार को इस हिंसा पर समय रहते काबू न पाने के मुद्दे पर भी घेरा जाएगा।
हरियाणा के विपक्षी दल इस सत्र के दौरान दादूपुर नलवी नहर के मुद्दे पर भी एकजुट नजर आएंगे। हरियाणा सरकार ने हालही में दादूपुर नलवी नहर प्रोजैक्ट को बंद करके भूमि अधिग्रहण को डी-नोटीफाई कर दिया था। इस मुद्दे पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा, रणदीप सुरजेवाला, अशोक तंवर इनेलो नेता अभय चौटाला विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं। अब विपक्ष द्वारा विधानसभा के भीतर भी इस मुद्दे पर सरकार की घेराबंदी की जाएगी। इसके अलावा विपक्ष द्वारा कानून-व्यवस्था, जेबीटी अध्यापकों की तैनाती, किसानों आंदोलन जैसे कई मुद्दों पर सरकार की घेराबंदी की जाएगी।