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Haryana

जनसेवा में नारीशक्ति का जुड़ाव रेडक्रास के बढ़ते मजबूत कदम

March 06, 2024 05:44 PM

 

यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः।
यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफलाः क्रियाः ॥

जिस स्थान पर स्त्रियों की पूजा की जाती है और उनका सत्कार किया जाता है, उस स्थान पर देवता सदा निवास करते हैं और प्रसन्न रहते हैं | जहां ऐसा नहीं होता है, वहां सभी धर्म और कर्म निष्फ़ल होते हैं। इन पंक्तियों को भारतीय रेडक्रास मानव सेवा के साथ महिलाओं को जोड़कर चरितार्थ कर रही है। रेडक्रास के स्वयंसेवकों के लिए मानव सेवा सर्वोपरि है, चाहे स्वयंसेवक लड़का हो या फिर लड़की। नारीशक्ति को जनसेवा के साथ जोड़कर हरियाणा रेडक्रास शाखा ने नई मिसाल पेश की है। जनसेवा और आपदा के समय में भारतीय रेडक्रास सोसायटी अग्रिम पंक्ति में खड़ी मिलती है।

हरियाणा रेडक्रास सोसायटी के तत्वाधान में यूथ रेडक्रास और जूनियर रेडक्रास की गतिविधियों में न केवल लड़कियां बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं, बल्कि स्वयं सेवक के रूप में लड़कियां जनसेवा में नई इबादत भी लिख रही हैं। हरियाणा रेडक्रास सोसायटी की प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों व कालेजों में यूथ रेडक्रास समितियां पूरी तरह एक्टिव हैं। राज्यपाल एवं हरियाणा रेडक्रास सोसायटी के अध्यक्ष बंडारू दत्तात्रेय और मुख्यमंत्री एवं चेयरमैन मनोहर लाल की नई सोच को फलीभूत करने के लिए हरियाणा रेडक्रास सोसायटी नारी शक्ति को जनसेवा के साथ न केवल जोड़ रही है बल्कि रक्तदान से लेकर सामाजिक गतिविधियों के आयोजन को लेकर भी प्रेरित कर रही है।

महिला दिवस पर विशेष


हरियाणा रेडक्रास की यूथ रेडक्रास विंग के माध्यम से वर्ष 2022-23 में 50 सैनिटेरी नैपकिन डिसपेसिंग एवं 50 डिसपोजन मशीनों को हरियाणा के 50 महिला कालेजों में भेजा गया तथा इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए वर्ष 2023-24 में विश्व महिला दिवस के उपलक्ष्य में 80 सैनिटेरी नैपिकन डिसपेंसिग एवं 82 डिसपोजन मशीनों को हरियाणा के 82 महिला कालेजों में भेजा गया। यूथ रेडक्रास विंग के माध्यम से महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए हरियाणा राज्य रेडक्रास हर वर्ष कालेज एवं यूनिवर्सिटी की छात्राओं एवं महिला काउंसलर्स के राज्य स्तरीय वाईआरसी प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन करता है, जिसमें हर वर्ष 250-280 लड़कियां प्रतिभागी के तौर पर भाग लेंती हैं। इन शिविरों में सामाजिक मुद्दों जैसे दहेज प्रथा, कन्या भ्रूण हत्या, घरेलू हिंसा के साथ-साथ समाज में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की जाती है। इन शिविरों में महिलाओं को जीवन में आगे बढ़ने के लिए विभिन्न रिर्सोस पर्सन को आमंत्रित किया जाता है जो उन्हें आगे के जीवन के लिए मार्गदर्शन प्रदान करते हैं, जो यूथ रेडक्रास शिविरों में रेडक्रास का इतिहास, आपदा प्रबंधन , नशा मुक्ति, मोबाइल का दुरुपयोग, बेसिक प्राथमिक सहायता,  स्वस्थ जीवन शैली इत्यादि विषयों की जानकारी सांझा करते हैं।

हरियाणा रेडक्रास की जूनियर रेडक्रास विंग द्वारा भी हर वर्ष स्कूली छात्राओं के लिए भी राज्य स्तरीय जेआरसी प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया जाता है, जिसमें हर वर्ष 225-250 स्कूली छात्राएं भाग लेती हैं। इन शिविरों में भी स्कूली छात्राओं को भविष्य में आगे बढ़ने के लिए मार्गदर्शन किया जाता है।

हरियाणा रेडक्रास द्वारा संपूर्ण हरियाणा में प्राथमिक चिकित्सा एवं गृह परिचर्या का प्रशिक्षण विभिन्न संस्थानों में किया जाता है, जिनमें महिलाओं को किसी भी आपातकालीन परिस्थिति में प्राथमिक सहायता किस प्रकार मुहैया करवानी है, उसके बारे में जानकारी प्रदान की जाती है। वर्तमान में हरियाणा राज्य में चार मास्टर ट्रेनर हैं तथा साथ ही 243 प्राथमिक चिकित्सा एवं गृह परिचर्या की महिला बिग्रेड हैं, जोकि समय-समय पर फस्ट एड पोस्ट और आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहती हैं।

हरियाणा रेडक्रास शाखा की जिला स्तर पर डेंटल व फिजियोथैरेपी केंद्र खोलने की योजना है। केंद्रों में पहुंचने वाले लोगों से न्यूनतम इलाज राशि ली जाएगी। इन केंद्रों में महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा प्रतिनिधित्व दिया जाएगा। महिलाएं नशा मुक्ति अभियान के साथ जुड़कर समाज में पांव पंसार रहे नशो को खत्म करने में भी अपना योगदान दे रही हैं। खासकर पंजाब की सीमा से लगते जिलों में रिर्सोसपर्सन के जरिये युवाओं को मोटिवेट किया जा रहा है।

यही नहीं सोसायटी ने इस वर्ष में जनसेवा के युवाओं को जोड़ने के लिए यूथ रेडक्रास की गतिविधियां को बढ़ाने का निर्णय लिया है, जिसमें महिलाओं की भागीदार ज्यादा रहेगी। प्रदेशभर के सभी 40 विश्वविद्यालयों में यूथ रेडक्रास का गठन किया जा चुका है, वहीं 9वीं से 12वीं कक्षा तक जूनियर रेडक्रास के जरिये स्कूली छात्र-छात्राओें को जोड़ा जाएगा। रेडक्रास की ओर से 60 हजार युवाओं को सीपीआर की ट्रेनिंग दी चुकी हैं। वहीं आपदा के समय में तुरंत राहत पहुंचाने के लिए आपदा मित्र भी तैयार किए जा रहे हैं, जिसमें भी स्कूल, कालेज एवं विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राएं पूरे उत्साह के साथ पंजीकरण करा रही हैं।

महिलाओं को मान-सम्मान एवं उनको समाज में समान अवसर प्रदान करने के अधिकार को हरियाणा रेडक्रास सोसायटी फलीभूत करने के लिए प्रयासरत है। हरियाणा शाखा की ओर से प्रयास किया रहा है कि महिलाओं को प्रतिनिधित्व मिले और अपना योगदान राष्ट्र के विकास में दे सकें। हरियाणा रेडक्रास महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के और सामाजिक कुरीतियों के प्रति समाज में नई चेतना लाने तथा कौशल विकास में भी अपना योगदान दे रहा है। हरियाणा राज्य रेडक्रास महिलाओं के सशक्तिकरण एवं उनके उत्थान के लिए हमेशा साथ खड़ा है।

लेखक : डॉ. मुकेश अग्रवाल, राज्य महासचिव, भारतीय रेडक्रास सोसायटी हरियाणा शाखा

 

 

 
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