कालका : शहर के एक निजी स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा के अपहरण की सूचना मिलने पर शुक्रवार को पुलिस खूब दौड़ी। बाद में छात्रा के पड़ोस के घर से मिलने व मामला झूठा निकलने पर पुलिस ने चैन की सास ली। मामले की सूचना मिलते ही एसीपी ओमप्रकाश व थाना प्रभारी अजीत सिंह अपनी-अपनी टीम के साथ स्कूल में पहुंचे व जांच शुरू कर दी। पुलिस जाच में मामला अपहरण का न होकर कुछ और निकला। पुलिस द्वारा छात्रा को सकुशल पड़ोस के एक घर से बरामद कर लिया गया। कालका थाना प्रभारी अजीत सिंह ने बताया कि उन्हें शहर की खिला कॉलोनी में रहने वाली एक महिला का फोन आया था कि उसकी बेटी, जोकि शहर के एक निजी स्कूल में 9वीं कक्षा की छात्रा है, का 3 अज्ञात युवकों ने अपहरण कर लिया है। महिला ने पुलिस को बताया कि उसे यह सूचना स्वयं उसकी बेटी ने एक अज्ञात मोबाइल नंबर से कॉल करके दी है। फोन पर उनकी बेटी ने बताया कि उसे किसी तरह से यह मोबाइल मिला है जिससे वह सूचना दे रही है। स्कूल के बाहर से उसे 3 युवक लाल रंग की एक गाड़ी में जबरदस्ती बैठाकर ले गए हैं। थाना प्रभारी ने बताया कि छात्रा के अपहरण की सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उस नंबर की डिटेल निकलवाई जिससे छात्रा ने अपहरण की सूचना दी थी।
सर्विलांस पर लिया मोबाइल तो सामने आया सच
मोबाइल नंबर को तुरंत सर्विलास पर लगाया गया व लोकेशन के आधार पर पुलिस छात्रा के घर से कुछ ही दूरी पर स्थित एक घर में पहुंची। उक्त पते पर जाकर पुलिस ने पाया कि छात्रा वहा मौजूद थी व स्वयं अपनी मर्जी से वहा आई थी। पूछताछ करने पर छात्रा ने बताया कि अभी कुछ समय पहले ही उसके स्कूल में एग्जाम हुए थे। एग्जाम में नंबर कम आए, इस कारण डाट से बचने के लिए ही डर के मारे उसने यह प्लान बनाया था। एसीपी ओमप्रकाश ने स्कूल में जाकर सीसीटीवी फुटेज की जाच की। जाच करने पर सब कुछ ठीकठाक पाया गया।