चंडीगढ़। हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा विधानसभा में लाया गया संपत्ति क्षति वसूली विधेयक लोकतंत्र का गला घोंटने वाला है। इस विधेयक के जरिए सरकार लोगों की आवाज को दबाना चाहती है। इस विधेयक को लाकर सरकार द्वारा किसान आंदोलन को दबाने की साजिश रची गई है। हमारे पास पहले ही प्रयाप्त कानून हैं लेकिन सरकार भय का वातावरण बनाना चाहती है। आंदोलन करना देश के हर नागरिक का मूल अधिकार है, परंतु यह सरकार उसे छीनना चाहती है।
यह बातें हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने गुरुग्राम के राजीव चौंक पर कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों को समर्थन देने के दौरान कहीं। कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा सरकार जनता का विश्वास खो चुकी है। भाजपा सरकार द्वारा किसानों के विश्वास पर कुठाराघात किया गया है। सरकार ने किसानों के विश्वास को तोड़ा है। आज हरियाणा प्रदेश में यह हालात बन चुके हैं कि मोजुदा सरकार के जनप्रतिनिधि लोगों के बीच जाने से डरते हैं। किसान और मजदूर सड़कों पर बैठे हैं। 300 से ज्यादा किसान इस आंदोलन में अपनी जान गंवा चुके हैं, लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। सरकार को अपने पूंजीपति मित्रों के सामने देश की जनता के हित नजर नहीं आ रहे हैं। कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने कई बार अपने आंसू बहाए। मुख्यमंत्री जी ने भी आंसू बहाए। लेकिन प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री जी द्वारा किसान आंदोलन में जान गंवा चुके अन्नदाताओं के लिए एक भी आंसू नहीं बहाया गया। पहले दिन से इन तीन कृषि विरोधी काले कानूनों के खिलाफ श्री राहुल गांधी जी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी किसानों की लड़ाई पूरी मजबूती के साथ लड़ रही है। जब तक यह कानून वापस नहीं होंगे, कांग्रेस पार्टी यह लड़ाई लड़ती रहेगी। इस मौके पर पूर्व मंत्री धर्मबीर गाबा, पूर्व मंत्री सुखबीर कटारिया, राव कमलबीर सिंह, पंकज डावर, अमित शर्मा, सुनीता सहरावत, निर्मल यादव, रोहतास बेदी, शुभम शर्मा, सतबीर खटाना पहलवान, सतबीर गुज्जर, नवीन शर्मा, भीम सिंह, अशोक टांक, निकिता अरोड़ा समेत बड़ी संख्या में पार्टी नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे।