चंडीगढ़। राज्य में अगले तीन-चार दिनों तक मौसम परिवर्तनशील रहने व आंशिक बादलवाई रहने की संभावना है। इस दौरान दिन में धूप निकलने व रात्रि तापमान में गिरावट भी संभावित है। हाल ही में हुई बरसात गेहूं व सरसों की फसल के लिए फायदेमंद मानी जा रही है लेकिन यदि कहीं पाला गिरा तो नुकसानदायक हो सकती है, जिसकी संभावना काफी कम है।
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खिचड़ ने बताया कि राज्य में अगले दो-तीन दिनों तक मौसम परिवर्तनशील रहेगा। इस दौरान दिन में धूप खिल सकती है लेकिन रात्रि के तापमान में अभी गिरावट रहेगी लेकिन कोहरा लगातार नहीं गिरेगा।
रात्रि तापमान में गिरावट व अल-सुबह ओस कणों के कारण गेहूं की फसल में काफी फायदा रहेगा। इससे गेहूं की उत्पादन क्षमता बढ़ती है और गेहूं की फसल में पानी की कमी नहीं होती। बरसात के बाद ओंस गिरना भी बरसात जैसा काम करता है। उन्होंने बताया कि फिलहाल सरसों की फसल में भी इस बरसात व कोहरे की वजह से नुकसान नहीं है क्योंकि सरसों की फसल अभी पकाई पर नहीं आई है। फसल पकाई पर आने व फलियां बड़ी हो जाने के बाद बरसात व ओस नुकसान होता है।
बरसात व बाद में गिर रही ओस से फसलों की उत्पादन क्षमता बढऩे की संभावना
डा. मदन खिचड़ ने बताया कि 11 जनवरी तक उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलने के कारण रात्रि तापमान में गिरावट व अल सुबह और देर रात्रि धुंध का मौसम बना हुआ है। इसके बाद मौसम आमतौर पर खुश्क रहने की संभावना है। उन्होंने बताया कि राज्य में कोहरा छाए रहने की स्थिति लंबे समय तक नहीं रहेगी क्योंकि फिलहाल जो स्थिति बनी हुई है, वह हाल ही में हुई बरसात व पहाड़ों पर हुई बर्फबारी की वजह से है। इसी वजह से मौसम में ठंडक बनी हुई है। कृषि उप निदेशक डा. विनोद कुमार फोगाट का कहना है कि हाल ही में हुई बरसात हर फसल के लिए हर लिहाज से फायदेमंद है। जिले में कई क्षेत्र सिंचित है वहीं कई क्षेत्र बारानी भी है। उन बारानी क्षेत्रों में तो इस बरसात ने सोने पे सुहागा जैसा काम किया है। इस समय गेहूं, सरसों के अलावा कुछ क्षेत्र में चना की फसल भी है।