चंडीगढ़। हरियाणा सरकार पशुओं के मल-मूत्र से तैयार होने वाली बायोगैस परियोजना को पूरे प्रदेश में लागू करने जा रही है। इस मामले में उकलाना का नया गांव हरियाणा के अन्य गावों के मॉडल बनेगा। आमतौर पर सरकारी अधिकारी किसी भी योजना को देखने के लिए विदेशों अथवा पड़ोसी राज्यों का दौरा करते हैं लेकिन हरियाणा में यह पहला मौका होगा जब प्रदेश के खंड विकास पंचायत अधिकारी इस गांव का स्टडी टूर करेंगे।
अब पूरा हरियाणा इसी गांव का करेगा अनुसरण
हरियाणा सरकार ने केंद्र व राज्य की सात योजनाओं को किया लागू
प्रदेश के सभी बीडीपीओ गांव का करेंगे स्टडी टूर
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में बताया कि उकलाना हलके के गांव नया गांव में बायोगैस का सबसे अधिक इस्तेमाल हो रहा है। उन्होंने बताया कि यहां लगभग सभी घरों में एलपीजी की बजाए बायागैस का इस्तेमाल हो रहा है। इसके अलावा केंद्र व राज्य सरकार की सात योजनाओं को इस गांव में लागू किया गया है।
उन्होंने बताया कि इस गांव की तर्ज पर प्रदेश के सभी 138 ब्लाकों में एक-एक गांव को मॉडल ग्राम बनाया जाएगा। इसके लिए सभी 138 खंड विकास पंचायत अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह अगले सप्ताह से इस गांव का स्टडी टूर शुरू करें और अपने-अपने क्षेत्र के गांव में इन योजनाओं को लागू करने हेतु विस्तृत रिपोर्ट तैयार करें। उन्होंने कहा कि पहले चरण में नया गांव की तर्ज पर 138 ब्लाकों के एक-एक गांव को विकसित किया जाएगा। उसके बाद इसका विस्तार किया जाएगा। इसमें पूरा फोकस बायोगैस के इस्तेमाल को बढ़ावा देना रहेगा।