चंडीगढ़। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) आलोक मित्तल हरियाणा सरकार के नये सीआईडी (क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट) के चीफ बन सकते हैं। मौजूदा सीआईडी प्रमुख एडीजीपी अनिल कुमार राव इसी माह 31 को रिटायर हो रहे हैं। प्रदेश सरकार ने बृहस्पतिवार को राव की जगह मित्तल को यह जिम्मा सौंपे जाने के स्पष्ट संकेत दे दिए। दरअसल, केंद्र में प्रतिनियुक्ति से लौटते ही सरकार ने मित्तल को सीआईडी का ओएसडी नियुक्त किया है।
सीआईडी में अपनी तरह की नई पोस्ट ही है। सीएमओ (मुख्यमंत्री कार्यालय) में एडीजीपी ओपी सिंह को ओएसडी लगाया हुआ था लेकिन सीआईडी में मित्तल को ओएसडी बनाए जाने से साफ है कि मुख्यमंत्री उन्हें ही अनिल राव के बाद सीआईडी प्रमुख बना सकते हैं। ओपी सिंह को फरीदाबाद का पुलिस आयुक्त लगाया जा चुका है। वहीं आईपीएस रजनीश गर्ग व आलोक वर्मा भी सीएमओ में हैं। उन्हें सीएम ने अपना एडीसी नियुक्त किया हुआ है।
आलोक मित्तल नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) में इंस्पेक्टर जनरल के पद पर कार्यरत थे। 1993 बैच के आईपीएस आलोक मित्तल को 2018 में राज्य सरकार ने एडीजीपी प्रमोट कर दिया था। वे अक्तूबर-2011 से फरवरी 2013 तक रोहतक रेंज के आईजी और जून 2009 से अक्तूबर-2011 तक गुरुग्राम कमिश्नरी में ज्वाइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस रह चुके हैं। जून 2008 से जून 2009 तक रोहतक, जून 2007 से जून 2008 तक फरीदाबाद तथा दिसंबर 2005 से जनवरी 2007 तक वे पानीपत के एसएसपी रहे।
इसी तरह से नवंबर-2001 से नवंबर 2005 तक मित्तल सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिेशन (सीबीआई) की आर्थिक अपराध शाखा और साइबर सैल के एसपी रह चुके हैं। शुरूआती दिनों में दिसंबर 1996 से अक्तूबर 1999 तक वे पंचकूला के पुलिस अधीक्षक रहे। सूत्रों का कहना है कि सीआईडी चीफ अनिल राव की रिटायरमेंट के बाद सरकार उन्हें सीएमओ में एडजस्ट भी कर सकती है। पूर्व की हुड्डा सरकार के समय भी सीएमओ में लॉ एंड आर्डर व सीआईडी से जुड़े मामलों के लिए नियुक्तियां होती रही हैं।