चंडीगढ़। हरियाणा में टीजीटी इंग्लिश अध्यापकों का एक प्रतिनिधिमंडल भर्ती को रद्द न किए जाने की मांग को लेकर शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुज्जर से मिला। गुज्जर ने प्रतिनिधिमंडल के साथ हुई बैठक में सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
टीजीटी इंग्लिश अध्यापक नेता रमेश दूहन की अध्यक्षता में सुरजीत, अजय सिंगल, दिनेश दहिया, विवेक, सुल्तान सिंह, ईश्वर छोक्कर, प्रिंस अग्रवाल, हिना अग्रवाल, पम्मी नगला समेत कई प्रतिनिधियों ने शिक्षा मंत्री के साथ हुई बैठक में कहा कि यह भर्ती 2015 में विज्ञापित हुई थी। 20 दिसंबर 2015 को टीजीटी इंग्लिश मेवात काडर की लिखित परीक्षा आयोजित हुई। उसके बाद 7 फरवरी 2016 को शेष हरियाणा कॉडर के लिए लिखित परीक्षा आयोजित हुई। सितंबर 2016 में परीक्षा का परिणाम जारी होने के बाद 13 सितंबर को इंटरव्यू आयोजित किया गया।
अंतिम परिणाम घोषित होने से पहले ही भर्ती कोर्ट में फंस गई। हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने भर्ती में शामिल सफल उम्मीदवारों व सरकार के पक्ष में फैसला दिया। उसके बाद भर्ती डबल बेंच में चेलेंज की गई, जहां पर सरकार की नाकामी के कारण मामला आज तक लंबित है। जब-जब सुनवाई हुई तब-तब सरकार की ओर से कोई जवाब दाखिल नहीं किया गया। इस तरह से इस मौके पर आकर हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा भर्ती को निरस्त करने के पहलूओं पर कानूनी राय मांगना उम्मीदवारों के भविष्य के साथ कुठाराघात है। बैठक के दौरान शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुज्जर ने इस मामले में अनभिज्ञता जाहिर करते हुए पल्ला झाड़ लिया। उम्मीदवारों की सरकार से यह मांग है कि कोर्ट में विचाराधीन मामले के चलते भर्ती रद्द न की जाए व कोर्ट में मजबूत पैरवी करवा कर भर्ती को जल्द पूरा करवाया जाए।