चंडीगढ़ | पूर्व उपमुख्यमंत्री और शिरोमणी अकाली दल के वरिष्ठ नेता सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज कहा है कि आम आदमी पार्टी और मुख्यमंत्री भगवंत मान, वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया की सुरक्षा वापिस लेकर एक खतरनाक खेल खेल रहे हैं और कहा कि वह अकाली दल की लीडरशीप को खत्म करने की साजिश के खिलाफ डटकर मुकाबला करेगें।
अकाली नेता ने पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष स.बलविंदर सिंह भूंदड़ सहित वरिष्ठ नेताओं के साथ स. बिक्रम सिंह मजीठिया के आवास पर मुलाकात की। उन्होने कहा,‘‘ मुख्यमंत्री भगवंत मान सत्ता के नशे में चूर हैं। वह रात को बेतुके फैसले लेते हैं और पुलिस अधिकारियों को उन्हें लागू करने के लिए मजबूर करते हैं। यह सत्ता के दुरूपयोग का स्पष्ट मामला है। उन्होने कहा कि जेड प्लस सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति की पूरी सुरक्षा पिछले शनिवार देर रात वापिस ले ली गई। सरदार मजीठिया के साथ जुड़े सभी सुरक्षाकर्मियों से कहा गया कि यां तो वे तत्काल अपनी-अपनी बटालियन को रिपोर्ट करें नही तो यह माना जाएगा कि डयूटी के दौरान वे सब फरार हो गए। उन्होने कहा कि यह सब सरदार मजीठिया के सुरक्षा इंचार्ज को सूचित किए बिना ऐसा किया गया ।’’
इस बात पर जोर देते हुए कि ऐसे तरह के बिना तर्क के आदेशों के कारण ही प्रसिद्ध गायक सिद्धू मूसेवाला का कत्ल हुआ। सरदार बादल ने कहा,‘‘ सरकार ने बिक्रम सिंह मजीठिया को इसीलिए निशाना बनाया , क्योंकि वह मुख्यमंत्री के खिलाफ बोल रहे थे और हर मौके पर भगवंत मान का पर्दाफाश कर रहे थे।’’
स. मजीठिया के साथ एकजुटता दिखाने के लिए स. मजीठिया से मुलाकात करने उनके आवास पर गए,कहा कि नेता को इसीलिए निशाना बनाया गया क्योंकि वह भगवंत मान के खिलाफ बोल रहे
सरदार सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि आप सरकार ने पहले ही उन पर जानलेवा हमला करने की परिस्थितियां बना दी थी। उन्होने कहा,‘‘ अमृतसर पुलिस ने एक कटटरपंथी को मुझ पर हमला करने में सहायता की, जबकि मैं श्री दरबार साहिब के प्रवेश द्वार पर ‘सेवा’ कर रहा था। मेरा बयान दर्ज करने के बजाय, पुलिस ने अपनी सुविधा के अनुसार ऐसा केस इसीलिए दर्ज किया, ताकि तीन महीने की छोटे समय के बाद आरोपी को जमानत को रिहा किया जा सके।’’
सरदार बादल के साथ स. महेशइंदर सिंह ग्रेवाल और डाॅ. दलजीत सिंह चीमा भी मौजूद थे। उन्होने स. मजीठिया से पूरी घटना की जानकारी ली और उन्हे विश्वास दिलाया कि पार्टी उनके साथ है। उन्होने कहा कि पंजाब के लोग स. मजीठिया की सुरक्षा करेंगें और अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और विभव कुमार जैसे बाहरी लेागों को नकार देंगें, जो दिल्ली में नकारे जाने के बाद पंजाब में भारी सुरक्षा घेरे वाली आलीशान इमारत में डेरा डाले हुए हैं। उन्होने कहा,‘‘ केजरीवाल और सिसोदिया दोनो ही करोड़ों रूपये के शराब घोटाले में आरोपी है, जबकि विभव पर पार्टी सांसद से छेड़छाड़ का आरोप है, लेकिन फिर भी आम आदमी पार्टी की सरकार ने पूरे राज्य की मशीनरी उनके हवाले की हुई है।’’