नई दिल्ली, 08 अक्तूबर ( न्यूज़ अपडेट इंडिया ) : फ़ीफ़ा अंडर 17 वर्ल्ड कप में अमेरिका के ख़िलाफ़ भारतीय टीम ने टक्कर देने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो सके. अब टीम का सामना कोलंबिया से है और अगले राउंड में जाने के लिए दोनों टीमों को जीत की ज़रूरत है. ऐसे में दिल्ली में होने वाले मैच में रोमांचक मुक़ाबला होने की उम्मीद है। फ़ीफ़ा अंडर 17 वर्ल्ड कप में अमेरिका के हाथों भारत को अपने पहले मैच में 3-0 से हार का सामना करना पड़ा। वहीं कोलंबिया को भी घाना ने 1-0 से हराया. फ़िलहाल दोनों टीमों का खाता नहीं खुला है और अगले राउंड में जाने के लिए दोनों को जीत की ज़रूरत होगी. भारतीय अंडर 17 टीम के मुख्य कोच लुई नॉर्टन डी माटोस अमेरिका से हार के बावजूद मुक़ाबले के लिए अपनी फ़ौज को तैयार करने में लगे हैं. मैच से पहले उन्होंने कहा कि हमारी टीम आख़िरी मिनट तक कोलंबिया को टक्कर देगी और पूरे मनोबल के साथ मैच में खेलेगी. हम जीतने के लिए खेलेंगे. इसके अलावा हमारे पास कोई विकल्प नहीं है. अगर हम जीतते हैं तो इतिहास बनाएंगे।
वहीं टीम के मिडफ़ील्डर सुरेश सिंह ने कहा कि टीम कोलंबियाई चैलेंज के लिए पूरी तरह से तैयार है. 'हमने जो ग़लती अमेरिका के ख़िलाफ़ मैच में की उसे सुधारेंगे और अपने फ़ैन्स को निराश नहीं करेंगे. हालांकि हार जीत खेल का हिस्सा है लेकिन हम अपने अगले मैच के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। ' भारतीय टीम इससे पहले मैक्सिको में हुए चार देशों के टूर्नामेंट में कोलंबिया के साथ खेल चुकी है जहां उसे 3-0 से हार मिली थी। सुरेश कहते हैं, 'हम मैक्सिको में कोलंबिया के ख़िलाफ़ खेल चुके हैं, वो शारीरिक तौर पर काफ़ी मज़बूत हैं. उन्हें भी टूर्नामेंट में बने रहने के लिए हमारे ख़िलाफ़ हर हाल में जीत चाहिए. हम पूरे 90 मिनट के खेल में कड़ी टक्कर देंगे। ' अमेरिका के ख़िलाफ़ मैच में भारतीय खिलाड़ी पहले हाफ़ में बेअसर दिखे लेकिन दूसरे हाफ़ में उनके खेल में सुधार हुआ. उम्मीद है टीम अमेरिका के ख़िलाफ़ की गई ग़लतियों को नहीं दोहराएगी। वैसे अमेरिका के ख़िलाफ़ युवा भारतीयों को भले हार मिली हो लेकिन फ़ैन्स ने टीम पर भरोसा बनाए रखा है. मैच से पहले दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में टिकट खिड़की के सामने फ़ैन्स की लंबी लाइन देखने को मिली.