चंडीगढ़।,22 अक्तूबर ( न्यूज़ अपडेट इंडिया ) एजुकेशन डिपार्टमेंट से मंजूरी नहीं मिलने के चक्कर में रियल टाइम पॉल्यूशन जेनरेट करने वाले प्रोजेक्ट का काम लटका हुआ है। इस प्रोजेक्ट के लिए चंडीगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी (सीपीसीसी) ने लगभग 30 लाख रुपये की मशीनें खरीदी हैं। अब इन मशीनों का वारंटी पीरियड बिना इस्तेमाल के ही निकला जा रहा है, लेकिन इनका इस्तेमाल शुरू ही नहीं हुआ है। चंडीगढ़ में अभी तक कोई ऐसा सिस्टम उपलब्ध नहीं है जो रियल टाइम पॉल्यूशन का सही डाटा बता सके। जो डाटा अभी मिलता है वह दो से तीन दिन पुराना होता है। ऐसे में डाटा देरी से मिलने के कारण उसके परिणाम के हिसाब से कोई योजना भी नहीं बनाई जा सकती। दिवाली पर पॉल्यूशन लेवल पता लगाने के लिए सेक्टर-17, 22 और 29 में अस्थाई तौर पर मशीनें लगाई गई थी। इसी को देखते हुए प्रशासन ने शहर में दो स्थानों पर रियल टाइम पॉल्यूशन डाटा जेनरेशन सेटअप लगाने का प्रोजेक्ट तैयार किया था। जिसमें पहला प्रोजेक्ट सेक्टर-50 में और दूसरा सेक्टर-26 में शुरू किया जाना था। सेक्टर-50 के लिए सीपीसीसी सभी तरह की तैयारियां पूरी कर चुका है। मशीनें खरीदे हुए भी काफी दिन हो चुके हैं। मशीनों का वारंटी टाइम भी शुरू हो चुका है, लेकिन इनको अभी तक लगाया ही नहीं जा सका है। बताया जा रहा है सेक्टर-50 में कॉलेज परिसर में यह प्रोजेक्ट लगना है, जिसकी मंजूरी एजुकेशन डिपार्टमेंट से मिलनी है।
डाटा समय पर मिलने से होगा फायदा
पॉल्यूशन का डाटा समय पर मिलने लगेगा तो इसके कई फायदे होंगे। जिस सेक्टर में या राउंड अबाउट पर पॉल्यूशन अधिक होगा, वहां से ट्रैफिक डायवर्ट किया जा सकेगा। यह भी पता चलने लगेगा कि शहर का कौनसा एरिया सबसे ज्यादा प्रदूषित है। इस एरिया में प्रदूषण कम करने के प्रयास हो सकेंगे। फिलहाल प्रशासन ने पांच जगह पर एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) लेवल बताने के लिए स्क्रीन लगा रखी हैं। जिसमें पर्यावरण को बचाने का संदेश भी दिया जाता है। साथ ही रिस्पायरेबल सस्पेंडेड पार्टिक्यूलेट मैटर (आरएसपीएम) और सस्पेंडेड पार्टिक्यूलेट मैटर (एसपीएम) लेवल भी दर्शाया जाता है। हालांकि यह डाटा कई दिन पुराना होता है। सुखना लेक, रेलवे स्टेशन, सेक्टर-17 प्लाजा, सेक्टर-19 पर्यावरण भवन और एक अन्य स्थान पर यह स्क्रीन लगाई गई हैं। जिससे पर्यावरण बचाने का संदेश भी ऑडियो-वीडियो माध्यम से दिया जा रहा है।
रियल टाइम पॉल्यूशन डाटा जेनरेट करने वाले प्रोजेक्ट की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इसकी मशीनें भी आ चुकी हैं। इस प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द शुरू करने की कोशिश हो रही है।
पीजेएस डडवाल, मेंबर सेक्रेटरी, सीपीसीसी।