चंडीगढ़17 अक्तूबर ( न्यूज़ अपडेट इंडिया ) । लुधियाना में आज सुबह आरएसएस नेता की हत्या के बाद पंजाब की राजनीति एक बार फिर से गरमा गई है। इस घटना के बाद पंजाब सरकार की चौतरफा घेराबंदी शुरू हो गई है।
यह बेहद शर्मनाक घटना है। हिंदूवादी विचारधारा को समाप्त करने की दिशा में यह घिनौनी कार्रवाई है। पहले गगनेजा व अब गोसांई की हत्या ने पंजाब की कानून-व्यवस्था को एक बार फिर से कटघरे में खड़ा कर दिया है। पंजाब की उन ताकतों के विरूद्ध कार्रवाई करने की जरूरत है जो हिंदू-सिखों के बीच मतभेद पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं। आरएसएस कार्यकर्ता अब चुप नहीं बैठेंगे। अगर गोसांई के हत्यारों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो संघर्ष किया जाएगा।
यश गिरी, आरएसएस प्रभारी पंजाब
पंजाब की कानून-व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ चुकी है। आरएसएस नेता की अल सुबह हुई हत्या ने यह साफ कर दिया है कि पंजाब में आम जनता तो बहुत दूर नेता भी सुरक्षित नहीं हैं। पंजाब में कानून-व्यवस्था का रिव्यू किया जाना बेहद जरूरी है। पंजाब सरकार ने इस घटना में अगर ढिलाई बरती तो आने वाले समय में इसके गंभीर परिणाम हमारे सामने होंगे।
विजय सांपला, भाजपा अध्यक्ष पंजाब।
पंजाब सरकार गोसांई के हत्यारों को सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए वचनबद्ध है। पुलिस को इस बारे में निर्देश जारी किए जा चुके हैं। यकीनन यह ऐसे लोगों का काम है जो पंजाब की शांति को भंग करना चाहते हैं। इस घटना के बाद पुलिस को निदे्रश जारी किए गए हैं कि वह घटना की हर पहलू से जांच करे और हत्यारों को जल्द से जल्द सलाखों के पीछे पहुंचाए।
मनप्रीत सिंह बादल
वित्त मंत्री, पंजाब।
पंजाब की औद्योगिक राजधानी में आज सुबह हुई यह बेहद शर्मनाक घटना है। पंजाब ने लंबे समय तक आतंकवाद को झेला है। पंजाब के लोग इस तरह की घटनाओं को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे। सरकार इस घटना की गहराई में जाकर साजिश को सार्वजनिक करे। यह घटना पंजाब सरकार के लिए जहां बड़ी चुनौती है वहीं विपक्षी राजनीतिक दलों को इस मौके पर राजनीति से उपर उठकर मृतक परिवार के प्रति अपनी सांत्वना दिखानी चाहिए।
दलजीत सिंह चीमा
प्रवक्ता, शिरोमणि अकाली दल।
आम आदमी पार्टी आरएसएस के राजनीतिक कत्ल की कड़े शब्दों में निंदा करती है। हत्यारों को बिना किसी देरी के गिरफ्तार करके सलाखों की पीछे पहुंचाने की जिम्मेदारी पंजाब सरकार की है। पंजाब की जनता शांति भंग करने वालों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी।
सुखपाल सिंह खैहरा
नेता, प्रतिपक्ष पंजाब विधानसभा।