नयागाव ,15 अक्तूबर ( न्यूज़ अपडेट इंडिया ): नयागाव में हॉस्टलों और पीजी का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। क्योंकि यहा मकानों के किराए और जमीनों की कीमतें चंडीगढ़ से बहुत कम हैं। नयागाव चंडीगढ़ के बिल्कुल साथ सटा हुआ है। जिस कारण लोगों को चंडीगढ़ और नयागाव में दूरी बिल्कुल भी महसूस नहीं होती। पीजी रह रहे युवाओं व लोगों की कोई भी सूचना नयागाव थाने में नहीं दी जाती। जिनमें ज्यादातर स्टूडेंट्स है। इन स्टूडेंट्स से 2000 से 3000 रुपये प्रतिमाह प्रति व्यक्ति वसूला जाता है। जबकि एक एक पीजी में 50 से 90 लड़किया और लड़के रहते हैं जो कि दूसरे राज्यों से होते हैं। कुछ साल पहले एक वकील की हत्या हुई थी जो कि पीजी के रहने वाले लड़कों ने ही की थी। कुछ दिन पहले सर्च अभियान के दौरान मोहाली के पीजी में एक किरच भी बरामद हुई थी। नयागाव निवासी राजेश कुमार ने कहा कि यह लोग हॉस्टलों में कई बार तो सारी-सारी रात शोर शराबा करते हैं और जोर-जोर से गाने चलाते हैं। जिससे पड़ोसियों की नींद हराम हो जाती है। राजीव ने कहा कि जब से पीजी का धंधा नयागाव में शुरू हुआ है तबसे इन लोगों माहौल खराब किया हुआ है। अधिकतर ये पीजी चंडीगढ़ में रहने वाले लोगों ने अपनी इमारतें इन पीजी वालों को किराए पर दी हुई हैं। समाजसेवी भागचंद का कहना है कि यहा जो हॉस्टल और पीजी खुले हुए हैं, इनमें से बहुत से लोग तो नशा करते हैं। नयागाव थाना प्रभारी सतनाम सिंह ने कहा कि मकान मालिक, होटल मालिक, पीजी मालिक या हॉस्टल मालिक किसी भी बाहरी व्यक्ति को जब कमरा किराए पर देते हैं तो उसकी पहचान और स्थायी पता फोटो सहित हमारे थाने में दर्ज करवाएं। जो ऐसा नहीं कर रहे, उन पर कार्रवाई की जा रही है।