चंडीगढ़, 19 जून । हरियाणा के बिजली मंत्री चौधरी रणजीत सिंह ने कहा है कि प्रदेश में बिजली का ढांचा मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार हर संभव सहयोग करने के लिए तैयार है। बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ शनिवार को केंद्रीय बिजली मंत्री आर के सिंह के साथ दिल्ली में मुलाकात की।
केंद्रीय बिजली मंत्रालय ने हरियाणा के लिए 32 हजार और ट्यूबवेल कनेक्शन मंजूर किए हैं। इससे पहले 15 हजार कनेक्शन हरियाणा के लिए पहले ही मंजूर हो चुके हैं। अब प्रदेश में सोलर आधारित कुल 45 हजार ट्यूबवेल कनेक्शन प्रदेश के लिए मंजूर हुए हैं। केंद्रीय बिजली मंत्री एके सिंह ने इन नये कनेक्शन की मंजूरी दी है। सीएम मनोहर लाल खट्टर ने बिजली से जुड़े मुद्दों पर सीएम से मुलाकात की थी।
बिजली मंत्री व मुख्यमंत्री ने की केंद्रीय मंत्री से मुलाकात
यह कनेक्शन प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत किसानों को दिए जाएंगे। इस योजना के तहत किसान अपने खेतों में सोलर उपकरण लगाकार सिंचाई कर सकेंगे। अहम बात यह है कि सोलर आधारित ये ट्यूबवेल प्लांट सीधे बिजली ग्रिड से कनेक्ट होंगे। इसका फायदा यह होगा कि सौर से उत्पन्न होने वाली बिजली का इस्तेमाल किसान सिंचाई में कर सकेंगे।
कृषि क्षेत्रों में सिंचाई के लिए उपयोग होने वाले सभी डीजल और बिजली के पंप को सोलर उर्जा में बदलने की लिए यह योजना शुरू की गई। हरियाणा के जिन किसानों ने नलकूप कनेक्शन के लिए अप्लाई किया हुआ है, वे भी कुसुम योजना के तहत सोलर पंप के कनेक्शन ले सकेंगे। सोलर पैनल और नलकूप पर आने वाले कुल खर्चे में से 60 प्रतिशत की सब्सिडी केंद्र सरकार द्वारा दी जाएगी। वहीं 30 प्रतिशत तक का लोग बैंकों से किसानों को मिल सकेगा। किसानों को कुल लागत का 10 प्रतिशत ही पहले देना होगा।
इस मुलाकात के दौरान बिजली मंत्री ने बताया कि हरियाणा में पहले लाइन लॉस 31 फीसदी था जो अब कम होकर 17 प्रतिशत पर आ गया है। इसके अलावा प्रदेश के करीब 5300 गांवों में हमारा गांव जगमग गांव के तहत 24 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है।
बैठक के बाद बिजली मंत्री ने बताया कि हरियाणा में बिजली आपूर्ति व उत्पादन का ढांचा मजबूत किया जा रहा है। इसके लिए केंद्र के साथ कई तरह की योजनाओं पर चर्चा की गई है। हरियाणा के गांवों में बिजली आपूर्ति करने वाली पुरानी तारों को बदला जा रहा है। इसके अलावा सब-स्टेशनों को भी मजबूत किया जा रहा है।