चंडीगढ़। पंजाब में चुनाव से पहले दिग्गज कांग्रेसी नेताओं के बीच छिड़ी वर्चस्व की जंग चरम पर पहुंच गई है। पंजाब कांग्रेस के बागी नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को उनके की घर में जाकर चुनौती दे डाली है। पटियाला में जगह-जगह नवजोत सिंह सिद्धू तथा कैप्टन अमरिंदर के एक-दूसरे को नीचा दिखाते हुए बड़े-बड़े होर्डिंग लग गए हैं।
अमरिंदर सिंह के साथ चल रही खींचतान के बीच नवजोत सिद्धू पिछले कुछ दिनों से अमृतसर की बजाए पटियाला आवास पर ही रह रहे हैं। सिद्धू दंपति ने पिछले दिनों किसानों के समर्थन में अपने पटियाला आवास पर काला झंडा भी लगाया था। हाईकमान द्वारा गठित तीन सदस्यों वाली कमेटी के समक्ष दोनों नेता पेश हो चुके हैं।
शाही शहर पटियाला में शुरू हुई सिद्धू व अमरिंदर की पोस्टर वार
बृहस्पतिवार को दोनों नेताओं ने अपने समर्थकों के माध्यम से बोर्ड व होर्डिंग लगाकर शक्ति प्रदर्शन शुरू कर दिया है। सिद्धू समर्थक अमरिंदर सिंह को जहां बरगाड़ी मुद्दे पर घेर रहे हैं वहीं अमरिंदर समर्थक सिद्धू को अपनी सीमा में रहने का संदेश दे रहे हैं। ये पोस्टर्स 2022 में दावेदारी को लेकर है। दोनों पोस्टर्स में एक ओर जहां नवजोत सिंह सिद्धू के समर्थक पटियाला से उनके चुनाव लडऩे की दावेदारी कर रहे हैं, दूसरी ओर कैप्टन के पक्ष में भी माहौल बनाया जा रहा है।
पटियाला में आज नवजोत सिद्धू समर्थकों ने कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निशाना साधते हुए नवजोत सिद्धू को किसानों की आवाज करार दिया है। यही नहीं सिद्धू दंपत्ति की फोटो के साथ इस पर लिखा गया है कि मांगता है पंजाब गुरू की बेअदबी का हिसाब। दूसरी तरफ अमरिंदर सिंह के समर्थन में युवा कांग्रेसियों ने शहर में बड़े-बड़े होर्डिंग लगाकर लिखा है कि कैप्टन केवल एक होता है। अमरिंदर समर्थकों ने बोर्ड-होर्डिंग के माध्यम से नवजोत सिद्धू को यह संदेश देने का प्रयास किया है कि सेना का कैप्टन एक होता है इसलिए वह सीएम के सपने लेना बंद कर दें।
इस बीच कैप्टन अमरिंदर सिंह की बेटी जय इंदर कौर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उनके पिता पटियाला से चुनाव लड़ेंगे और मैं उनके लिए प्रचार करूंगी। पटियाला से अक्सर कैप्टन अमरिंदर सिंह चुनाव लड़ते आए हैं, वहीं नवजोत सिंह सिद्धू अमृतसर से चुनाव लड़ते आए हैं। मगर जिस तरह से इन दोनों नेताओं के बीच खींचतान देखने को मिल रही है, ऐसे में एक ही सीट से दोनों की दावेदारी कांग्रेस के लिए और मुसीबत खड़ी कर सकती है।