चंडीगढ़। राजस्थान के उद्योगों से हरियाणा में प्रदूषण फैलने के मुद्दे पर गुरुवार को सदन में हंगामा हुआ। रेवाड़ी के विधायक चिरंजीव राव ने प्रश्नकाल के दौरान राजस्थान के भिवाड़ी में चल रहे उद्योगों के कारण रेवाड़ी के धारूहेड़ा क्षेत्र में फैल रहे प्रदूषण से बचाव के लिए सरकार से जवाब मांगा। राव ने कहा कि धारूहेड़ा के अलावा आसपास के एक दर्जन से अधिक गांवों में लोग इससे त्रस्त हैं। बड़ी संख्या में लोग यहां से पलायन शुरू कर चुके हैं। संसदीय कार्यमंत्री कंवर पाल गुर्जर ने कहा कि हरियाणा सरकार ने इस बाबत राजस्थान सरकार से बात की है।
रेवाड़ी विधायक ने सदन में उठाया अंतरराज्जीय प्रदूषण का मुद्दा
कैमिकलयुक्त पानी फैल रही बीमारियां, लोगों कर रहे पलायन
मामला नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में भी चल रहा है। एनजीटी में इस मामले की सुनवाई 28 मई को होनी है। उन्होंने कहा कि भिवाड़ी का जल बहाव हरियाणा की ओर होने की वजह से दिक्कत हुई। हरियाणा ने इस पर कड़ी नाराजग़ी जताई है। प्रदेश की आपत्ति के बाद राजस्थान सरकार ने भिवाड़ी में पांच मलजल उपचार संयंत्र लगाने का फैसला लिया। राजस्थान के मुख्य सचिव एनजीटी में भी बता चुके हैं कि चार उपचार संयंत्र शुरू हो चुके हैं और एक अन्य संयंत्र के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है। केंद्र की मंजूरी भी मिल चुकी है और इस पर जल्द काम शुरू होगा। राव ने कहा कि एरिया का पानी पीने लायक नहीं रहा है। इसी वजह से यहां से लोगों का पलायन शुरू हो गया है। गुर्जर ने कहा कि अगले तीन महीनों में यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और धारूहेड़ा में कैमिकलयुक्त पानी नहीं आने दिया जाएगा।