चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ब्रिटिश संसद में किसान आंदोलन पर हुई चर्चा पर आपत्ति जताई है। मंगलवार को चंडीगढ़ में ब्रिटेन के सांसद एवं मंत्री लॉर्ड अहमद के नेतृत्व में ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस एवं उप उच्चायुक्त सुश्री कैरोलिन रोवेट ने हरियाणा के मुख्यमंत्री से भेंट की। मुलाकात के दौरान निवेश सहित कई विषयों पर व्यापक चर्चा हुई। बातचीत में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ब्रिटिश संसद में किसान आंदोलन के मुद्दे पर हुई चर्चा पर आपत्ति जताते हुए कहा कि यह हमारे देश का आंतरिक मामला है।
ब्रिटेन के मंत्री और उच्चायुक्त को मुलाकात में सौंपा लिखित विरोध
सीएम ने ब्रिटिश संसद में हुई चर्चा पर जताई आपत्ति
भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था में हस्तक्षेप नहीं होगा स्वीकार
मुख्यमंत्री ने लिखित आपत्ति दर्ज कराते हुए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के नाम एक नोट ब्रिटेन के सांसद एवं दक्षिण एशिया व राष्ट्रमंडल मामलों के मंत्री लॉर्ड अहमद और ब्रिटिश उच्चायुक्त को सौंपा। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था और सम्प्रभुता का ब्रिटेन को सम्मान करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने ब्रिटिश संसद में किसान मुद्दे पर हुई चर्चा को भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था में गैरजरूरी हस्तक्षेप बताया। मुख्यमंत्री ने हरियाणा में ब्रिटेन के पहले से स्थापित उद्योगों और जिन नए उद्योग प्रस्तावों पर बातचीत चल रही है, उनको प्राथमिकता और समय से पूर्ण कराने के प्रति प्रतिबद्धता जताई। मुख्यमंत्री ने कहा कि विदेशी निवेश और रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए हमने ‘‘विदेश सहयोग विभाग’’ के नाम से एक विशेष विभाग का गठन किया हुआ है। विदेशी निवेश के मसलों पर यह विभाग सभी आवश्यक कार्य करता है। इस दौरान ब्रिटेन में उच्च शिक्षा के लिए हरियाणा के युवाओं के लिए व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए भी कहा गया। ब्रिटेन के मंत्री लॉर्ड अहमद एवं ब्रिटिश उच्चायुक्त को बताया गया कि हरियाणा में स्किल डेवलपमेंट, स्मार्ट सिटी, अर्बन प्लानिंग, पशुपालन, एग्रीकल्चर, वोकेशनल एजुकेशन, कृषि, खेल और पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। ब्रिटिश उच्चायुक्त ने सभी मसलों पर एक क्रियान्वयन प्रारूप तैयार कर लेने का सुझाव दिया।