चंडीगढ़, 22 फरवरी। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि कौशल की गुणवत्ता में सुधार लाने और युवाओं को रोजगार व अप्रेंटशिप के अवसरों से जोडऩे के लिए भी कार्य किए गए हैं। दोहरी प्रणाली प्रशिक्षण (डीएसटी) के माध्यम से 3700 से अधिक आईटीआई छात्रों को उनके कौशल से संबंधित व्यावहारिक उद्योग का अनुभव प्रदान करने के लिए 100 से अधिक उद्योग पार्टनर्स के साथ 175 से अधिक समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए।
मनोहर लाल सोमवार को मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगियों की बैठक ले रहे थे। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा के दृष्टिगत कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ यौन उत्पीडऩ (रोकथाम, निषेध और निवारण) अधिनियम का अनुपालन करते हुए सभी जिला सरकारी कार्यालयों में 870 से ज्यादा आंतरिक शिकायत समितियों (आईसीसी) और स्थानीय शिकायत समितियों (एलसीसी) का गठन किया गया है।
बैठक में बताया गया कि दिसंबर 2020 में शुरू हुए जिला पायलट ‘नो योर हीमोग्लोबिन (एचबी) अभियान’ एक नया मील का पत्थर साबित हुआ है। अब तक इस अभियान के तहत 8,165 महिलाओं और बच्चों का परीक्षण किया जा चुका है और 48,000 से अधिक आईएफए टैबलेट वितरित की गई हैं।
बैठक में मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के परियोजना निदेशक डॉ. राकेश गुप्ता, विनीत गुप्ता ट्रस्टी अशोका विश्वविद्यालय, सीएमजीजीए को सीएसआर के माध्यम से सहयोग देने वाली पार्टनर कंपनियों के प्रतिनिधि और राज्य के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।