चंडीगढ़। चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन के आसपास बहुत जल्द बड़े-बड़े शॉपिंग मॉल, रियल एस्टेट कंपनियों के आवासीय प्रोजैक्ट तथा कई कमर्शियल प्रोजैक्ट नजर आएंगे। भारतीय रेलवे स्टेशन विकास निगम लिमिटेड (आईआरएसडीसी) ने चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पुनर्विकास परियोजना के अंतर्गत आसपास की जमीन को 99 साल के लिए लीज पर देने का फैसला किया है। इसके लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफ़पी) आमंत्रित कर लिया गया है।
बनेंगे शॉपिंग मॉल, आएंगे रियल एस्टेट प्रोजैक्ट
केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में प्रोजैक्ट को मंजूरी
आईआरएसडीसी ने मांगे रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल
आईआरएसडीसी द्वारा चंडीगढ़ में कुल दो लाख 32 हजार 341 स्क्वायर मीटर जमीन को लीज पर दिया जाएगा। इसके लिए 12 मार्च को प्री-बिड मीटिंग आयोजित की जाएगी। आईआरएसडीसी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी एस.के लोहिया ने बताया कि यात्रियों को बेहतर यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन को एक विश्व स्तरीय परिवहन केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। यह खाली भूखंड चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पुनर्विकास का हिस्सा हैं और डेवलपमेंट के बाद मिश्रित उपयोग के लिए उपयुक्त है। इस भूखंड पर डेवेलपमेंट होने से आसपास के क्षेत्र में रियल एस्टेट की संभावनाएं बढऩे के साथ-साथ पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। जिससे रोजगार के अवसर पर पैदा होंगे।
लोहिया ने बताया कि हालही में केंद्र सरकार ने मंत्रिमंडल की बैठक में इस योजना को मंजूरी प्रदान करते हुए साफ किया है कि रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के लिए देशभर में भूमि उपयोग में बदलाव की आवश्यकता नहीं है। आईआरएसडीसी स्थानीय अधिकारियों के परामर्श से अपने मास्टर प्लान को मंजूरी देगा। लीज को बिल्ट-अप एरिया के कई सब-लीज में प्रवेश करने की अनुमति है।
लोहिया ने बताया कि केंद्र की मंजूरी के बाद देश में 123 स्टेशनों के पुनर्विकास का काम जारी है। इसमें से आईआरएसडीसी 61 स्टेशनों पर और आरएलडीए 62 स्टेशनों पर काम कर रहा है। वर्तमान अनुमानों के अनुसार, रियल एस्टेट डेवलपमेंट के साथ 123 स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए कुल 50,000 करोड़ का निवेश होगा। इस तरह के पुनर्विकसित रेलवे स्टेशनों को सही मायने में सिटी सेंटर" के रूप में परिवर्तित किया जा सकेगा।