चंडीगढ़, 19 फरवरी।हरियाणा राज्य महिला आयोग की कार्यवाहक चेयरपर्सन प्रीति भारद्वाज दलाल ने कहा है कि पिछले साल कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन में घरेलू हिंसा व गृह क्लेश के मामलों में भारी वृद्धि दर्ज की गई है। जिन्हें महिला आयोग की टीमों द्वारा सुलझाया गया है। आयोग की टीमों द्वारा घरेलू हिंसा को लेकर सुनवाई करना, जिलों में जाकर महिलाओं की समस्याओं को सुलझाना और महिलाओं के अधिकारों को लेकर दर्ज हुए मामलों में पुलिस से एक्शन टेकन रिपोर्ट लेना, कानूनी साक्षरता शिविरों के माध्यम से विशेष रूप से दूर दराज के क्षेत्रों और ग्रामीण इलाकोें में अधिक से अधिक महिलाओं को अपने अधिकारों के बारे में जागरूक करना है।
महिला आयोग की कार्यप्रणाली पर रिपोर्ट जारी करते हुए शुक्रवार को प्रीति भारद्वाज ने बताया कि इस बार मात्र महिलाएं ही नहीं बल्कि कुछ मामलों में पुरुषों, बच्चों बुजुर्गों के साथ में अभद्र व्यवहार जैसी घटनाएं भी महिला आयोग के संज्ञान में आई हैं। अंतर्राज्यीय मुद्दों को हल करने वाली एचएससीडब्ल्यू भारत के अलग अलग राज्यों में महिलाओं से होने वाली घरेलू हिंसा, रेप और महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों से उनकी रक्षा कर रही है। महाराष्ट्र, राजस्थान, झारखंड, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, पंजाब में भी जाकर हरियाणा महिला आयोग ने समस्याओं का निदान किया है।
एचएससीडब्ल्यू ने संयुक्त राष्ट्र की महिलाओं के साथ सोला दिनों के अभियान को नवीनतम बनाने के लिये नया आयाम स्थापित किया है। हरियाणा महिला आयोग ने जिलों में महिला कैदियों की स्थिति में सुधार लाने को लेकर भी काम किया। महिला आयोग ने 90 प्रतिशत एनआरआई मामले सुलझाने का भी रिकार्ड काम किया।
महिला आयोग ने जारी की रिपोर्ट
उन्होंने बताया कि अप्रैल 2017 से मार्च 2018 तक 63 प्रतिशत शिकायतों का निदान किया गया है। अप्रैल 2017 से जुलाई 2017 इन चार महीनों में आयोग के पास सात प्रतिशत ही शिकायतें निदान किया। जुलाई 2017 से दिसंबर 2017 तक लगभग 10 प्रतिशत शिकायतों का निदान किया। दिसंबर 2017 से मार्च 2018 तक 85 प्रतिशत शिकायतों का निदान किया । अप्रैल 2018 से मार्च 2019 तक 2384 शिकायतों में से 72 प्रतिशत शिकायतों का निदान किया। अप्रैल 2019 से मार्च 2020 तक 79 प्रतिशत समस्याओं का निदान किया। अप्रैल 2020 से जनवरी 2021 तक 82 प्रतिशत समस्याओं का निदान किया। कोविड-19 महामारी के दौर में भी महिला आयोग ने चुनौतियों का सामना करते हुए काम किया है। आयोग ने एक हेल्पलाईन नंबर और व्हाटसअप नंबर जारी कर और 17 विभिन्न क्षेत्रों की एक्सपर्ट महिलाओं की वाॅलींटीयर टीम बनाई।