चंडीगढ़। केंद्र सरकार के सहयोग से करनाल में बनने वाला फार्मा पार्क अब नहीं बनेगा। संबंधित विभागों द्वारा अपनी रिपोर्ट में इस पार्क की स्थापना को नॉट फिजिबल करार दिए जाने के बाद सरकार ने इसे हिसार में शिफ्ट करने का फैसला किया है। हरियाणा सरकार के प्रस्ताव पर केंद्र सरकार ने मोहर लगा दी है।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद आज यहां पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी देते हुए बताया कि फार्मा पार्क को करनाल से हिसार में शिफ्ट करने के लिए केंद्र सरकार मौखिक रूप से राजी हो गई है। करनाल में फार्मा पार्क की स्थापना फिजिबल नहीं होने के कारण इसे बदलने का फैसला लिया गया है। अब इसे हिसार में स्थापित किया जाएगा। जिसके लिए विभाग की बैठक बुलाकर जल्द कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। दुष्यंत ने कहा कि पीएम के साथ उन्होंने 200 एकड़ में बनने वाले टैक्सटाइल पार्क को लेकर भी चर्चा की। एचएसआईआईडीसी इसके लिए सोनीपत व पानीपत के बीच जमीन उपलब्ध कराएगी।
पानीपत व सोनीपत के बीच बनेगा बनेगा टैक्सटाइल पार्क
दुष्यंत चौटाला ने बताया कि केंद्र सरकार ने नई सडक़ परियोजनाओं पर फिलहाल रोक लगाई हुई है लेकिन डबवाली (सिरसा) से उत्तर प्रदेश के मेरठ तक के ग्रीन कॉरिडोर के काम में तेजी आएगी। दुष्यंत ने कहा कि यह मुद्दा उन्होंने प्रधानमंत्री के सामने उठाया। पीएम ने कहा कि वे इस बारे में केंद्रीय सडक़ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से बात करेंगे और जल्द मंजूरी दिलवाई जाएगी। डबवाली से सिरसा, फतेहाबाद, उचाना कलां, नगूरा, सफीदों व पानीपत होते हुए यह कॉरिडोर मेरठ तक पहुंचेगा।
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राखीगढ़ी के विकास को मांगा पांच सौ करोड़ का पैकेज
दुष्यंत चौटाला ने बताया कि हिसार जिला के गांव राखी गढ़ी के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए सरकार ने इसे पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने का फैसला किया है। पुरातत्व विभाग यहां से लगातार खोजबीन कर रहा है। जिसके चलते उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हिसार के राखीगढ़ी के विकास के लिए 500 करोड़ रुपये का पैकेज देने की मांग की है।