चंडीगढ़। किसान आंदोलन के कारण चौतरफा विरोध झेल रही हरियाणा सरकार ने राज्य के कपास उत्पादक किसानों को खुश करने की तैयारी कर ली है। इजिप्ट की कपास को एमएसपी पर खरीदने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इस योजना को लागू करवाने का श्रेय तो हरियाणा को मिलेगा लेकिन लाभ पड़ोसी राज्यों के किसानों को भी होगा। हरियाणा सरकार जल्द ही कपड़ा मंत्रालय को यह प्रस्ताव तैयार करके भेजगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करके लौटे हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री के साथ भी इस मुद्दे पर चर्चा हुई है। उनके निर्देश पर ही केंद्र को यह प्रस्ताव भेजा जाएगा। दुष्यंत चौटाला ने बताया कि पंजाब व राजस्थान के कुछ हिस्सों में किसानों द्वारा इजिप्ट की कपास की खेती की जाती है। अन्य किस्मों के मुकाबले इसकी कीमत अधिक है।
इजिप्ट की कपास को एमएसपी पर खरीदने की तैयारी
दुष्यंत ने कहा कि इस बारे में पूरी रिपोर्ट तैयार करके केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी के पास भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि लम्बे रेशे वाली इस कपास की डिमांड बहुत है, लेकिन एमएसपी नहीं होने की वजह से किसान का उतना रुझान नहीं है। प्रदेश के काफी किसान इसकी खेती करते हैं, लेकिन फिलहाल वे ओपन मार्केट में ही इसे बेच रहे हैं। एमएसपी अगर मिलती है तो मिस्र की कपास खेती के उत्पादन को किसान बढ़ावा देंगे।
सरसों के तेल की विदेशी मार्केट में डिमांड को देखते हुए इसके लिए भी पीएम नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह से दुष्यंत ने चर्चा की है। उन्होंने कहा कि मिडल ईस्ट के कुछ देशों में सरसों का तेल 2000 से लेकर 2800 रुपये प्रति लीटर तक बिक रहा है। वहीं अपने यहां इसका रेट 100 से 125 रुपये तक है। इस बारे में भी विस्तृत रिपोर्ट बनाकर केंद्र को भेजी जाएगी ताकि दूसरे देशों में सरसों के तेल की सप्लाई की जा सके। इसके किसानों का काफी फायदा होगा।