चंडीगढ़। केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि कानून हरियाणा सरकार के गले की फांस बन गए हैं। प्रदेश के आधा दर्जन से अधिक विधायक खुलकर किसानों के साथ आ गए हैं। विपक्षी दल कांग्रेस के विधायक खुलेआम किसानों के टैंट में जाकर उनका समर्थन कर रहे हैं।
अभय चौटाला पिछले कई दिनों से किसानों द्वारा दिए जा रहे धरनों में शामिल हो रहे हैं। अभय चौटाला द्वारा विधायक पद से इस्तीफा दिए जाने के साथ ही जजपा के विधायक जोगी राम सिहाग ने भी कहा है कि अगर किसान चाहेंगे तो वह इस्तीफा देने में देर नहीं लगाएंगे। सरकार के सहयोगी दल जननायक जनता पार्टी में कृषि कानूनों के मुद्दे पर अंदरूनी तौर पर खासी उठापटक चल रही है। सिहाग कई बार किसानों के धरनों में भी शामिल हो चुके हैं।
अब तक दो विधायक ले चुके हैं समर्थन वापस
जोगी राम को हरियाणा सरकार द्वारा हाउसिंग बोर्ड का चेयरमैन बनाया गया था लेकिन कृषि कानूनों के चलते उन्होंने चेयरमैन पद स्वीकार करने की बजाए किसान आंदोलन में शामिल होने का ऐलान कर दिया। सरकार में लाभ के पद पर तैनात दादरी से निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने पहले पशुधन विकास बोर्ड चेयरमैन पद से इस्तीफा दिया और उसके बाद सरकार से समर्थन वापस ले लिया। सोमबीर सांगवान भी खुलकर किसानों के साथ चल रहे हैं। हरियाणा सरकार में एक अन्य चेयरमैन धर्मपाल गोंदर भी किसानों का समर्थन करने का ऐलान कर चुके हैं। इससे पहले महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू भी सरकार से समर्थन वापस लेकर किसान आंदोलन में कूद चुके हैं।