चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने करनाल जिले के गांव कैमलो में हुए घटनाक्रम की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा है किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी द्वारा उकसाने पर युवाओं ने वहां का माहौल बिगाड़ा है। करनाल में किसानों व ग्रामीणों द्वारा विरोध किये जाने के कारण किसान महापंचायत किये बगैर चंडीगढ़ लौटे मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पिछले दो दिन से इस कार्यक्रम के संदर्भ में किसान नेता गुरनाम सिंह के वीडियो वायरल हो रहे थे।
करनाल में जनसभा नही कर पाए सीएम तो चंडीगढ़ में की प्रेस कांफ़्रेस
कांग्रेस व कम्युनिस्टों ने आंदोलन को अपने हाथ मे लिया
बर्दाश्त नही होगी अंधेरगर्दी, दो दिन से आ रहे थे उकसाने का वीडियो
गुरनाम सिंह द्वारा उकसाने पर कुछ लोगों ने माहौल बिगाड़ने का काम किया है। इस तरह की अंधेरगर्दी को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज की घटना का गलत संदेश गया है। उकसाये हुए लोगो ने माहौल बिगाड़ा है। हरियाणा सरकार सिंघु बार्डर पर पूरी व्यवस्था कर रही है। लोकतंत्र में सबको अपनी बात कहने का अधिकार है। आज वह भी किसान महापंचायत के माध्यम से अपनी बात रखना चाहते थे। वहां भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। इसके बावजूद कुछ लोगो ने बहकावे में आकर हंगामा कर दिया।
सीएम ने कांग्रेस व कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा किसान आंदोलन को हाईजैक करने का आरोप लगाते हुए सीएम ने कहा कि आज का कार्यक्रम किसानों का भरम दूर करने के लिए ही रखा गया था। सीएम ने अपने कार्यकाल के दौरान किसान हित में लिए गए फैसलों के उल्लेख करते हुए कहा कि कृषि कानूनों का विरोध करने से पहले इसे एक साल तक देखना चाहिए।
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि सरकार कृषि कानूनों में संशोधन के लिए तैयार है। इसके बावजूद कानून वापसी की रट ठीक नही है। कुछ लोग किसानों को गुमराह करके अपने हित साध रहे हैं।