निकाय चुनाव में जनता ने सभी दलों को दिखाया आइना
पंचकूला में खिला कमल, सोनीपत में पंजे की पकड़ हुई मजबूत
अंबाला वासियों ने पूर्व मंत्री विनोद शर्मा का नेतृत्व फिर से स्वीकारा
रेवाड़ी में रामबिलास ने बचाई भाजपा की साख
उकलाना, सांपला व धारूहेड़ा में निर्दलीयों बने पालिका अध्यक्ष
चंडीगढ़। स्थानीय निकाय चुनाव परिणाम में प्रदेश के लाखों मतदाताओं ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी व जननायक जनता पार्टी गठबंधन के अलावा विपक्षी दल कांग्रेस को भी आइना दिखाने का काम किया है। महज छह माह के भीतर सत्तारूढ़ गठबंधन को दूसरी बार हार का सामना करना पड़ा है। वहीं कांग्रेस की आपसी गुटबाजी के चलते सैलजा के पुराने संसदीय क्षेत्र अंबाला में कांग्रेस अपने मेयर नहीं बना सकी। पंचकूला में भाजपा प्रत्याशी के व्यक्तिगत रसूख के सहारे कमल खिल गया, जबकि अंबाला वासियों ने एक बार फिर से पूर्व मंत्री विनोद शर्मा का नेतृत्व स्वीकारते हुए निगम की कमान उनकी पत्नी को सौंप दी। बरोदा उपचुनाव की जीत से उत्साहित पूर्व सीएम हुड्डा अपने क्षेत्र सोनीपत में कांग्रेस उम्मीदवार को जिताने में कामयाब हो गए हैं।
बीती 27 दिसंबर को पंचकूला, अंबाला तथा सोनीपत नगर निगमों के अलावा रेवाड़ी नगर परिषद, सांपला, धारूहेड़ा और उकलाना नगर पालिका में आम चुनाव के लिए मतदान हुआ था। प्रदेश में कुल सात लाख 78 हजार 917 मतदाताओं में से चार लाख 65 हजार 734 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। बुधवार को घोषित हुए चुनाव परिणाम के अनुसार अंबाला नगर निगम में पूर्व मंत्री विनोद शर्मा की अगुवाई वाली हरियाणा जनचेतना पार्टी अपना मेयर बनाने में कामयाब हो गई है। यहां हरियाणा जनचेतना पार्टी की प्रत्याशी एवं विनोद शर्मा की पत्नी शक्ति रानी शर्मा को 37 हजार 604, भाजपा की वंदना शर्मा को 29 हजार 520, हरियाणा डैमोक्रेटिक फ्रंट की अमीषा चावला को 16 हजार 421 तथा कांग्रेस की मीना अग्रवाल को 13 हजार 797 वोट मिले हैं। अंबाला निगम में सत्तारूढ़ भाजपा दूसरे तो कांग्रेस चौथे नंबर पर रही है। भाजपा ने यहां पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला को प्रभारी नियुक्त किया था।
निकाय चुनाव में जनता ने सभी दलों को दिखाया आइना
पंचकूला नगर निगम में भाजपा व जजपा गठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी कुलभूषण गोयल तथा कांग्रेस प्रत्याशी उपेंद्र कौर आहलूवालिया के बीच कांटे की टक्कर रही। भाजपा प्रत्याशी कुलभूषण गोयल को 49 हजार 860 तथा कांग्रेस प्रत्याशी उपेंद्र कौर को 47 हजार 803 वोट मिले। यहां भाजपा प्रत्याशी को 2057 वोट से विजयी घोषित किया गया।
सोनीपत निगम चुनाव में कांग्रेस के निखिल मदान को 72 हजार 118 तो भाजपा के ललित बत्तरा को 58 हजार 300 वोट मिले। कांग्रेस प्रत्याशी ने भाजपा प्रत्याशी को 13 हजार 818 वोट से पराजित किया।
रेवाड़ी नगर परिषद से भाजपा के लिए अच्छी खबर रही है। यहां चुनाव की कमान संभाल रहे भाजपा के पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा की रणनीति काम आई और भाजपा प्रत्याशी पूनम यादव ने निर्दलीय प्रत्याशी उपमा यादव को 2087 वोटों से पराजित किया। यहां पूनम यादव को 25 हजार 965, निर्दलीय उपमा यादव को 23 हजार 878 तथा कांग्रेस की विक्रम यादव को 15 हजार 271 वोट मिले हैं। धारूहेड़ा नगर पालिका में निर्दलीय प्रत्याशी कंवर सिंह ने एक अन्य निर्दलीय प्रत्याशी संदीप बोहरा को 632 वोटों से पराजित किया। कंवर सिंह को यहां 3048 तथा संदीप बोहरा को 2416 वोट मिले।
सांपला नगर पालिका की स्थिति भी कुछ ऐसी ही रही। यहां कांग्रेस समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी पूजा को छह हजार 668 तो भाजपा प्रत्याशी सोनू को 2462 वोट मिले। निर्दलीय प्रत्याशी पूजा ने भाजपा प्रत्याशी सोनू को 4206 वोटों से पराजित किया। कांग्रेस ने उकलाना नगर पालिका चुनाव में एंट्री नहीं की थी। भाजपा की बजाए जजपा ने यहां पालिका प्रधान के लिए अपना प्रत्याशी उतारा था। जिसे हार का सामना करना पड़ा। उकलाना में निर्दलीय प्रत्याशी सुशील साहूवाला को 2993 तो जजपा प्रत्याशी महेंद्र सोनी को 2574 वोट मिले। यहां निर्दलीय ने जजपा प्रत्याशी को 419 वोट से पराजित किया।