-पातली गांव के स्कूल में स्वतंत्रता दिवस का आयोजन
-गांव के नम्बदार धनराज सिंह की पौती डा. दीपिका प्रजापति ने किया ध्वजारोहण
गुरुग्राम। यह किसी भी व्यक्ति के लिए अनमोल क्षण होते हैं कि उनके परिवार की अगली पीढ़ी खासकर बेटियां जब समाज में उनका नाम रोशन करें। समाज भी उनकी सफलता को सराहते हुए सम्मान दे। ऐसा ही क्षण गांव पातली के धनराज सिंह नम्बरदार के भी जीवन में आया, जब उनकी पौती डा. दीपिका प्रजापति के हाथों गांव के विद्यालय में ध्वजारोहण कराया गया।स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जिले के खंड फर्रूखनगर के गांव पातली हाजीपुर स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में 74वां स्वतंत्रता दिवस समारोह आयोजित किया गया। ध्वजारोहण के लिए गांव की शिक्षित बेटी डा. दीपिका प्रजापति को सम्मान के साथ आमंत्रित किया गया। कोरोना महामारी के चलते पूरे नियमों को मानते हुए यह आयोजन किया गया। ध्वजारोहण के बाद डा. दीपिका प्रजापति ने कहा कि उन्हें खुशी है कि उन्हें गांव में ध्वजारोहण का यह मौका मिला है।
उन्होंने कहा कि उनके दादा जी ने परिवार को शिक्षित करने पर जोर दिया। परिवार के हर सदस्य को अच्छी शिक्षा दी। उनकी मेहनत आज पूरे समाज के सामने है। उन्होंने समाज को अपने संदेश में कहा कि बेटियों को कम न समझें। बेटियों को पैदा होने दें और उन्हें अच्छी शिक्षा दें। अगर हम समाज में कुछ बदलाव चाहते हैं तो शिक्षा इसके लिए सबसे बड़ा माध्यम है। शिक्षित व्यक्ति ही समाज को नई दिशा दे सकता है। समाज में परिवार, गांव, जिले और देश का नाम रोशन कर सकता है। डा. दीपिका ने कहा कि आज बेटियां पढ़ लिखकर यह काम कर रही हैं। इसलिए चाहे गांव हो या शहर, बेटियों को शिक्षा से वंचित ना करके उन्हें अच्छा पढ़ाएं। चूल्हा-चौका संभालने के साथ बेटियां बाहर की जिम्मेदारी भी बहुत अच्छे से संभाल रही हैं। उनमें पूरा आत्मविश्वास होता है। इसके पीछे परिवार और विशेषकर शिक्षकों का हाथ होता है। उनके बिना आगे बढऩा नामुमकिन है। विद्यालय के प्राचार्य चंद्रप्रकाश ने डा. दीपिका प्रजापति को आशीर्वाद दिया और उनके सुखद एवं सफल जीवन की कामना की। उन्होंने बताया कि इस बार भी विद्यालय का परिणाम शत-प्रतिशत रहा है और 6 बच्चों ने मैरिट हासिल की है। इस मौके पर गांव की सरपंच मुकेश देवी के पति समाजसेवी सतबीर धनखड़, पंच चांदकिशोर प्रजापति, पंच मुकेश, ओमप्रकाश नंबरदार, हरिकिशन, प्रधान अनिल, नवीन प्रजापति, हितेश प्रजापति समेत काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।