चंडीगढ़। कोरोना के चलते हरियाणा सरकार ने इस बार महिलाओं को मुफ्त बस सफर सुविधा प्रदान करने से हाथ पीछे खींच लिए हैं। रक्षा बंधन के दौरान प्रदेश में बसों की संख्या नहीं बढ़ाई जाएगी। अलबत्ता जो महिलाएं किराया खर्च करके सोशल डिस्टेंसिंग नियमों के साथ चल रही बसों में सफर करना चाहेंगी उनके लिए किसी तरह की रोक नहीं होगी। हरियाणा सरकार हर साल महिलाओं को 24 घंटे के लिए मुफ्त बस सफर सुविधा प्रदान करती है।
इतना ही नहीं, बहनों के साथ उनका 18 वर्ष की उम्र से नीचे तक का एक बेटा-बेटी भी बस में मुफ्त सफर कर सकते थे। इस बार कोरोना संक्रमण को देखते हुए यह सुविधा बहनों को नहीं मिलेगी। यही नहीं, बसों की संख्या बढ़ाने का भी सरकार का कोई विचार नहीं है। करीब 4000 बसों के हरियाणा रोडवेज के बेड़े में से वर्तमान में महज 1307 बसों को ही चलाया जा रहा है। 52 सीटों की क्षमता वाली बसों में 30 से अधिक सवारियों को बैठाने की इजाजत नहीं है। इन बसों में से आधे के करीब के लिए ऑनलाइन बुकिंग होती है तो बाकी ऑफलाइन चल रही हैं।
कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने इस बार इस सुविधा को बंद करने का निर्णय लिया है। इस बार रक्षाबंधन 3 अगस्त को है। आमतौर पर रक्षाबंधन से एक दिन पहले और एक दिन बाद तक बहनों को मुफ्त बस सेवा मिलती थी। इसका फायदा यह होता था कि बहनें एक दिन पहले भाई के घर राखी बांधने के लिए जाती थी और अगले दिन वापस आ सकती थी।