चंडीगढ़। इंडियन नेशनल लोकदल के वरिष्ठ नेता एवं विधायक अभय चौटाला ने भाजपा सरकार के नौ माह के कार्यकाल के दौरान हुए नौ घोटालों जनता व जनप्रतिनिधियों के बीच लेकर जाने का ऐलान किया है। अभय चौटाला दस्तावेजी प्रमाण के आधार पर जांच की मांग करते हुए न केवल मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पत्र लिखेंगे बल्कि गांव के सरपंच से लेकर सांसद तक को इन घोटालों के प्रमाण देकर सरकार के खिलाफ अभियान चलाएंगे।
शनिवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में अभय चौटाला ने कहा कि गठबंधन की सरकार में जितने भी घोटाले हुए हैं, उन अधिकतर विभागों के मंत्री दुष्यंत चौटाला ही क्यों हैं। उन्होंने कहा कि गठबंधन की सरकार में धान, चावल, सरसों व गेहूं खरीद, ट्रांसफर, परिवहन, स्कालरशिप और शराब घोटाले के बाद अब रजिस्ट्री घोटाला हुआ है। निजी स्कूल संचालकों को अभिभावकों से फीस वसूलने देने के लिए हर जिले से तीन से पांच करोड़ रुपये इक_ा किए गए। इन घोटाले को सबूत के साथ मुख्यमंत्री को पत्र लिखेंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी सांसदों, विधायकों, जनप्रतिनिधियों, सरपंचों, पार्षदों, शहरी निकाय चेयरमैनों और मेयरों व डिप्टी मेयरों को यह चि_ी भेजी जाएगी, ताकि लोग गठबंधन सरकार की असलियत जान सकें।
अभय चौटाला ने कहा कि लाकडाउन के दौरान गुरुग्राम में 1199 रजिस्ट्री हुई हैं। प्रत्येक रजिस्ट्री एनओसी के बिना की गई। प्रत्येक रजिस्ट्री के तहसीलदारों ने दो लाख से दस लाख रुपये तक लिए। इसी तरह सरकार सफाई की मशीनें किराये पर ले रही है। उसकी कीमत 40 लाख रुपये है, जबकि सरकार उनका किराया 20 लाख रुपये सालाना दे रही है। इन मशीनों को किराये पर लेने की बजाय यदि खरीद लिया जाये तो भ्रष्टाचार नहीं पनपेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि शराब घोटाले को दबाने के लिए सरकार ने एसआइटी बनाने की बजाय एसइटी बनाई, लेकिन इनेलो पब्लिक में इन सब खामियों को लेकर जाएगी।