चंडीगढ़। पंजाब सरकार ने कोविड-19 के सम्बन्ध में जि़ला स्तर पर तुरंत फ़ैसले लेने के लिए सिविल सर्जनों के नेतृत्व में जि़ला तकनीकी कमेटियों का गठन किया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि पंजाब में कोविड की रिकवरी रेट 70 प्रतिशत है, जो सबसे बढिय़ा है और इस समय पर सिफऱ् 2020 केस ही सक्रिय हैं, ज़्यादातर मरीज़ों को सरकारी अस्पतालों में उपचाराधीन रखा गया है।
उन्होंने कहा कि अभी तक पंजाब में कम्युनिटी स्प्रैड की कोई स्थिति नहीं है और जि़ला स्तर पर तेज़ी से स्थिति को संभालने के लिए जि़ला अधिकारियों को और ज्य़ादा अधिकार देने की ज़रूरत है, जो फ्रंटलाईन टीमों के साथ काम कर रहे हैं। मौजूदा हालातों पर विचार करने के बाद कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने जि़ला स्तरीय कमेटियाँ गठित करने और मज़बूत करने का फ़ैसला किया। उन्होंने कहा कि यह सभी कमेटियाँ एसओपीज़ के अनुसार बढिय़ा प्रदर्शन कर रही हैं।
मंत्री ने बताया कि सभी सिविल सर्जनों को निर्देश दिए गए हैं कि वह ऐक्शन टेकन रिपोर्ट समेत विशेष क्षेत्रों में वायरस के फैलने के प्रमुख स्रोतों को पेश करें।
उन्होंने जि़लों में जहाँ अभी एक भी कंटेनमैंट ज़ोन को घोषित नहीं किया गया है, को हर केस की रिपोर्ट पेश करने की हिदायत दी गई है, जिससे इस सम्बन्ध में ठोस कदम उठाकर विशेष क्षेत्र में फैलाव को रोका जा सके। सिविल सर्जन, जि़ला प्रशासन के नुमायंदे, मैडीकल कॉलेज (कम्युनिटी मैडिसिन), विश्व स्वास्थ्य संगठन के अधिकारी, जि़ला एपीडैमोलोजिस्ट (संयोजक), लोगों के नुमायंदों, एनजीओ के नुमायंदे, कम्युनिटी नेता इस जि़ला तकनीकी कमेटी के प्रमुख मैंबर हैं। उन्होंने आगे कहा कि हरेक मैंबर को सिविल सर्जन और जि़ला ऐपीडैमीलोजिस्ट के साथ सलाह-परामर्श करके विशेष क्षेत्रों की ख़ास जि़म्मेदारी सौंपी गई है।
इन कमेटियों द्वारा पाबंदियाँ / माईक्रो कंटेनमैंट ज़ोनों संबंधी ज़रूरी तबदीली, गतिविधियों (कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, सैंपल आईसोलेशन, क्वारंटाइन, सैनीटाईज़ेशन, आई.ई.सी., सप्लाई), मानव संसाधन सम्बन्धी सभी महत्वपूर्ण फ़ैसले लिए गए। इसके अलावा, बैड्स इन-सी.सी.सी., डैजिग़नेट्ड कोविड अस्पताल, ट्रशरी स्वास्थ्य सुविधाएं, आई.सी.यू. बैड, वेंटिलेटर, ऐंबूलैंसें और सैंपलिंग क्लैकशन के प्रबंध किए जा रहे हैं।