चंडीगढ़। गृहमंत्रालय के निर्देशों पर कार्रवाई करते हुए हरियाणा सरकार ने भी अब कोरोना संदिग्ध रोगियों की जांच पल्स ऑक्सीमीटर के माध्यम से करवाने का फैसला किया है। पहले चरण में होम क्वारंटाइन किए गए ढाई हजार रोगियों को यह मीटर दिए जाएंगे। हरियाणा स्वास्थ्य विभाग ने यह मीटर खरीदने के आदेश भी जारी कर दिए हैं। इन मीटर की मदद से संदिग्ध रोगियों को आक्सीजन का स्तर जांचा जाएगा।
गृहमंत्रालय के निर्देशों पर सरकार ने लिया फैसला
होम क्वारंटाइन रोगियों को मिलेंगे, ठीक होने के बाद करना होगा वापस
पहले चरण में 2500 लोगों को मिलेंगे
हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में हाल के दिनों में कोरोना के ऐसे मरीज सामने आए हैं जिनमें किसी तरह के लक्षण नहीं थे। कई रोगी ऐसे भी थे जिनमें शरीरिक तौर पर आक्सीजन का स्तर कम हुआ और उनकी मृत्यु हो गई। इन मरीजों को स्टडी करने के बाद सरकार ने होम क्वारंटाइन किए गए पॉजिटिव मरीजों को यह डिवाइस उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया है।
डिवाइस में उंगली रखने के बाद इसमें रीडिंग आएगी। यह बिना दर्द वाला टेस्ट है। डिवाइस मरीज के खून में ऑक्सीजन के लेवल को जांचेंगी। इतना ही नहीं, यह डिवाइस शरीर में होने वाले छोटे से छोटे उतार-चढ़ाव का भी पता लगा सकेगी। डिवाइस से पता लग सकेगा कि मरीज का दिल ठीक से काम कर रहा है या नहीं।
दिल के जरिये ही पूरे शरीर में ऑक्सीजन का फ्लो होता है। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का कहना है कि यह डिवाइस बताएगी कि मरीज का दिल ऑक्सीजन फ्लो का काम कितने अच्छे से कर रहा है। इससे यह भी पता लगेगा कि फेफड़ों के लिए दी गई दवाई कितने अच्छे से काम कर रही है। मरीज को सांस लेने में आ रही दिक्कत का भी इससे पता लग सकेगा। रीडिंग प्राप्त करने के लिए इस क्लिप जैसी डिवाइस में उंगली को रखा जाता है। इसके बाद डिवाइस आपके खून में मौजूद ऑक्सीजन के स्तर को मापती है। यह हार्ट रेट की रीडिंग भी देती है।
पहले चरण में यह डिवाइस करीब ढाई हजार मरीजों को यह डिवाइस दी जाएगी। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद यह डिवाइस सरकार को लौटानी होगी। स्वास्थ्य विभाग ने इसकी खरीद का आर्डर जारी कर दिया है। संभ्वत अगले सप्ताह से संदिग्ध मरीजों को यह डिवाइस दे दी जाएगी।