चंडीगढ़। हरियाणा के विभिन्न जिलों में चल रहे गोदामों से अनाज चोरी होने की घटनाओं का संज्ञान लेते हुए प्रदेश सरकार ने गोदामों में सीसीटीवी कैमरे लगवाने का फैसला किया है। यही नहीं इन सभी कैमरों का कंट्रोल चंडीगढ़ स्थित मुख्यालय में होगा। ऐसे में प्रदेश के किसी भी जिले में कहीं पर भी होने वाली घटना की सूचना सीधे मुख्यालय को मिलेगी। प्रदेश के गोदामों से अनाज चोरी की पहले भी घटनाएं हो चुकी हैं। जिसके बाद सरकार ने यह फैसला लिया है।
राज्य में लगभग 29 लाख मीट्रिक टन क्षमता के गोदाम हैं। पहले चरण में सरकार 50 वेयर हाउस गोदामों को सीसीटीवी से लैस करेगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में यहां हुई हाई पावर परचेज कमेटी की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। हरियाणा सरकार ने कैमरों की स्थापना का जिम्मा अपनी ही एजेंसी हारट्रोन को सौंपा है। हारट्रोन को विभिन्न कंपनियों ने पांच करोड़ रुपये से अधिक की लागत का अनुमान दिया था। परचेज कमेटी की बैठक में मोल-भाव के बाद 4 करोड़ 8 लाख रुपये में ठेका दिया गया है।
हरियाणा कृषि विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल ने इस फैसले की पुष्टि करते हुए कहा कि वेयर हाउसों में पारदर्शिता बढ़ाने और हर रोज होने वाली गतिविधियों पर नजऱ रखने के लिए यह फैसला लिया है। वेयर हाउसों से अनाज की चोरी के अलावा अनाज खराब होने की कई शिकायतें आ चुकी थीं। कुछ ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जिसमें फील्ड के ही कुछ कर्मचारियों ने पानी डालकर गेहूं को खराब कर दिया। यह काम भी पूरी प्लानिंग के साथ होता थो।
कौशल ने कहा कि पहले चरण में 50 गोदाम कवर होंगे। इसके बाद दूसरे गोदामों में भी कैमरे लगेंगे। सभी गोदामों में लगे कैमरों का कंट्रोल चंडीगढ़ में रहेगा। इतना ही नहीं, सीसीटीवी की रिकार्डिंग का डॉटा भी एक महीने तक स्टोर रहेगा। गोदाम में होने वाली लोडिंग, अन-लोडिंग व दवाइयों के छिडक़ाव आदि पर नजऱ रखी जा सकेगी। स्टाफ की हर गतिविधियों का भी पता चलेगा। इसके लिए सुपरविजन टीम अलग से होगी, जो नियमित रूप से आला अफसरों को अपडेट करेगी।