डेराबस्सी। डेराबस्सी में करोड़ों की लागत से बने नेचर पार्कों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। एक तरफ सरकारें योगा और व्यायाम के लिए लोगों को प्रेरित कर रही हैं और दूसरी तरफ लाखों की जनसंख्या वाले इस शहर में इस समय सुबह की सैर के लिए कोई पार्क नहीं है।
ज्वांइट एक्शन कमेटी के प्रधान सुखदेव चौधरी, गुरनाम सिंह, नवाब सिंह, भोलू राम, अवतार सिंह, संदीप कोहली, गुलशन कुमार, अरूण सैनी, दिनेश पांडेय व अविनाश शर्मा व अन्यों ने बताया कि शहर वासी कालेज रोड पर स्थित नेचर पार्क में घूमने के लिए आते हैं लेकिन यहां हर समय पशुओं का जमावड़ा रहता है और असमाजिक तत्व, नशेड़ी डेरा डाले रहते हैं। पार्क के भीतर आम लोगों के बैठने के लिए लगाई गई सीमेंट की कुर्सियां टूट चुकी हैं।
असमाजिक तत्वों व पशुओं की शरण स्थली बने पार्क
ज्वांइट एक्शन कमेटी ने कहा अपने पैसों से ठीक करवाने को तैयार, सरकार दे मंजूरी
कई शैड की हालत तो यह है कि सीमेंट की कुर्सियों पर पौधे उग चुके हैं। यहां पौधों की देखभाल के लिए कोई भी नहीं है। पार्क में हर तरफ गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। सुखदेव चौधरी ने बताया कि यहां एक भी शैड ऐसा नहीं है जहां सुबह की सैर के लिए आने वाले लोग योगा आदि कर सकें। पार्क में हर तरफ कांग्रेस घास व जंगली बूटी का राज है। जिसके चलते सुबह के समय यहां आने वाले लोगों को सैर करते समय अस्थमा मुफ्त मिलता है।
उन्होंने बताया कि पिछले कई दिनों से सरकारी कालेज प्रबंधकों द्वारा कालेज में भी शहर वासियों का प्रवेश बंद कर दिया गया है। ऐसे में शहर के हजारों लोग पार्कों के अभाव में परेशान हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन पार्कों के रख-रखाव के लिए जिम्मेदारी नगर परिषद तथा वन विभाग के अधिकारियों का इस तरफ कोई ध्यान नहीं है। सुखदेव चौधरी ने कहा कि वह इन पार्कों की समस्या के समाधान के लिए दोनों विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों से जल्द ही चंडीगढ़ में मुलाकात करेंगे। इसके बावजूद अगर सरकार इस समस्या का समाधान नहीं करती है तो ज्वांइट एक्शन कमेटी अपने खर्च पर पार्क को ठीक करवाने के लिए तैयार है।