चंडीगढ़ । भारत-चीन सरहद पर स्थित गलवान घाटी में चीन की सेना से हुई झड़प में शहीद हुए भारतीय फौज के सिपाही स. गुरबिन्दर सिंह के अंतिम अरदास के अवसर पर पंजाब के मुख्यमंत्री की तरफ से श्रद्धाँजलि भेंट करने के लिए पहुँचे कैबिनेट मंत्री विजय इंदर सिंगला ने ऐलान किया कि शहीद की शहादत को शाश्वत यादगार बनाने के लिए पंजाब सरकार की तरफ से हर संभव कोशिश की जायेगी। लोक निर्माण विभाग मंत्री पंजाब सिंगला ने बताया कि इसी के अंतर्गत गाँव तोलावाल से शहीद के घर तक और शहीद के घर से जखेपल तक करीब तीन किलोमीटर लम्बी नयी सडक़ का निर्माण करवाया जायेगा जिस पर एक करोड़ रुपए की लागत आयेगी जिसका अनुमान लगाकर मंजूरी के लिए भेज दिया गया है।
नौजवान गुरबिन्दर सिंह की आठवीं में पढ़ती भतीजी फौज में शामिल होकर देश की सेवा करने का सपना
शहीद गुरबिन्दर सिंह के बलिदान को नमन करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से गाँव के सरकारी स्कूल का नामकरण शहीद सिपाही गुरबिन्दर सिंह हाई स्कूल के तौर पर कर दिया गया है और स्कूल की पुस्तकालय भी शहीद को समर्पित की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि गाँव वासियों की तरफ से शहीद के नाम पर स्टेडियम का निर्माण करने के लिए दो एकड़ जमीन मुहैया करवाई गई है और इस जमीन पर शहीद गुरबिन्दर सिंह को समर्पित उच्च स्तरीय स्टेडियम का निर्माण करवाया जायेगा।
कैबिनेट मंत्री ने गलवान घाटी में शहीद हुए देश के बहादुर 20 सैनिकों को श्रद्धा के फूल भेंट करते हुए कहा कि पंजाब सरकार सभी शहीदों को नमन करती है और इनके बलिदानों को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता।
इस मौके पर शिक्षा मंत्री सिंगला ने बताया कि यह गर्व की बात है कि शहीद होने वाले नौजवान गुरबिन्दर सिंह की आठवीं में पढ़ती भतीजी फौज में शामिल होकर देश की सेवा करना चाहती है और पंजाब सरकार की तरफ से उसको इस काबिल बनाने के लिए हर संभव मदद मुहैया करवाई जायेगी। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार की तरफ से शहीद के परिवार को 50 लाख रुपए की वित्तीय मदद और एक पारिवारिक मैंबर को नौकरी देने का वादा किया गया है। उन्होंने कहा कि वित्तीय मदद सीधी खाते में डाली जायेगी और नौकरी के लिए परिवार की सहमति शहीद के छोटे भाई पर बनी है जिसका नाम योग्यता के अनुसार भर्ती के लिए भेज दिया गया है।