संजय कुमार मेहरा
गुरुग्राम। बेव सेमीनार में भारत सरकार के फार्मास्यूटिकल मंत्रालय में सचिव डा. पीडी वाघेला ने कहा कि फार्मास्यूटिकल उद्योग को और अधिक मजबूत, सुलभ बनाने के लिए केंद्र सरकार ने ड्रग पार्क बनाने की योजना बनाई है। फिर भी हम बहुत से देशों से बहुत अच्छा कर रहे हैं।
उन्होंने लॉकडाउन में दवाओं को लेकर कहा कि पूरे लॉकडाउन में दवा की देश में कहीं पर भी किल्लत नहीं हुई है। दवा उद्योग, विभागों और राज्यों ने मिलकर बहुत ही बढिय़ा काम किया है। उन्होंने यह भी कहा कि दवा का हमारा एक्सपोर्ट यानी निर्यात भी बढ़ा है। मेड इन इंडिया की बात को मजबूती के साथ रखते हुए उन्होंने कहा कि पहले हम पीपीई किट, एन-95 मास्क, वेंटिलेटर के मामलों में बाहरी देशों पर निर्भर रहते थे। लेकिन आज कोरोना महामारी के दौर से भी यह सब भारत में बनना शुरू हो गया है। बाहर से लाने में यह सब हमें महंगा भी पड़ता था। यह बताते हुए खुशी हो रही है कि अब हम 2 व 3 प्लाई मास्क, सेनिटाइजर का तो निर्यात भी करने लगे हैं। यह सब हमारी नेक नीयति और उद्योगों की मजबूती से ही संभव हो पाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात को उन्होंने आगे बढ़ाते हुए कहा कि लोकल को वोकल बनाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के साथ अब मेडिकल डिवाइस पार्क भी स्थापित करने की योजना है। इसके लिए मंत्रालय ने हरियाणा और यूपी को पत्र लिखा है। क्योंकि ये दिल्ली के निकट हैं और विज्ञान, तकनीक यहां अच्छी है। क्योंकि मेडिकल उपकरणों की मांग बढ़ गई है, यह हमारे लिए चुनौती है। इसलिए हम अपने राष्ट्र के प्रति दायित्व को लेकर चलें तो रास्ता निकल ही आएगा। उन्होंने यह भी कहा कि आज दुनिया के किसी भी देश में सर्व गुण संपन्नता नहीं है। मतलब कुछ भी वहां बनाना हो, उसके लिए उन्हें भारत में आना ही पड़ता है। इसलिए हमें इस दिशा में और अधिक मजबूत होना है।
डा. दिनेश दुआ ने कहा कि हमारा बाजार ग्रो कर रहा है। अप्रैल 2019 के बाद से हमने 2 बिलियन का एक्सपोर्ट किया है। 140 देशों को हमने फ्री में दवाएं दी हैं। वहां से हमें धन्यवाद व शुभकामनाएं मिल रही हैं। यह हमारे लिए गर्व की बात है। इससे हमें समझना होगा कि हम खुद को और अधिक मजबूत करें। दवा के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी मजबूती से काम करके आगे बढ़ें।