चंडीगढ़, पंजाब मंत्रीमंडल द्वारा आज बठिंडा के गुरू नानक देव थर्मल पावर प्लांट, जोकि अब बंद है, की 1764 एकड़ ज़मीन के पुनर-विकास के लिए मंजूरी दे दी गई है।
कैबिनेट के इस फ़ैसले से पंजाब स्टेट पावर कार्पोरेशन लिमिटेड (पी.एस.पी.सी.एल) की यह ज़मीन 80:20 राजस्व हिस्सेदारी योजना के अंतर्गत आवास निर्माण एवं शहरी विकास विभाग अधीन पंजाब शहरी विकास अथॉरिटी (पुडा) को सौंप दी जायेगी।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की अध्यक्षता में हुई मीटिंग के दौरान कैबिनेट की तरफ से पुडा को इस जगह को विकसित करने और बेचे जाने के लिए राज्य की गारंटी के साथ 100 करोड़ रुपए तक का कजर् उठाने की भी मंजूरी दे दी है।
इसके साथ ही बठिंडा प्लांट की ज़मीन को फिर से विकसित किये जाने के लिए नक्शा तैयार करने के लिए 18 मई, 2020 को एक और कैबिनेट सब-कमेटी बनाई गई थी जिसमें आवास निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री, उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री और स्थानीय निकाय मंत्री बतौर मैंबर शामिल थे।
राज्य सरकार की तरफ से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजग़ार के अधिक से अधिक मौके पैदा करके इस क्षेत्र में ख़ुशहाली लाने तैयारी
राज्य सरकार की तरफ से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजग़ार के अधिक से अधिक मौके पैदा करके इस क्षेत्र में ख़ुशहाली लाने के लिए इस ज़मीन को विकसित करने का फ़ैसला किया गया था। पी.एस.पी.एल बोर्ड की तरफ से यह ज़मीन (280 एकड़ के करीब कॉलोनी के अंतर्गत आते क्षेत्रफल को छोडक़र) इसके उचित विकास और 80:20 राजस्व हिस्सेदरी योजना के अंतर्गत बिक्री के लिए पुडा को सौंपे जाने सम्बन्धी प्रस्ताव पास किया जा चुका है। इस योजना के अंतर्गत ज़मीन की अनुमानित कीमत के अलावा विकसित हुई ज़मीन की बिक्री से होने वाले लाभ का 80 फीसदी हिस्सा इसके मालिक पी.एस.पी.सी.एल को जायेगा जबकि 20 फीसदी हिस्सा पुडा द्वारा विकास और प्रचार करने में निभाई भूमिका के लिए रखा जायेगा। पुडा द्वारा थर्मल पावर प्लांट अधीन ज़मीन के अलग-अलग हिस्सों में उत्तम संभावित इस्तेमाल के लिए पेशेवर एजेंसी /एजेंसियों की सलाह हेतु सेवाएं ली जाएंगी।