चंडीगढ़। अपनी जमीनें गिरवीं रखकर अमेरिका गए हरियाणा वासियों ने इंसाफ के लिए अब पुलिस से गुहार लगाई है। गृहमंत्रालय के निर्देशों पर हरियाणा के 70 लोगों ने प्रदेश के विभिन्न पुलिस थानों में उन फर्जी ट्रेवल एजेंटों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। सभी युवक कबूतरबाजों को मोटी रकम देकर गैर कानूनी ढंग से अमेरिका गए थे और वहां पकड़े गए तथा जेल में डाल दिए गए।
अमेरिका ने हालही में हरियाणा के 76 लोगों को डिपोर्ट किया था। इनमें से अधिकतर को एकांतवास में रखा गया है। इनमें से अधिकतर लोग फर्जी ट्रेवल एजेंटों के चंगुल में फंसकर गलत तरीके से अमेरिका पहुंचे थे। इस मामले की जांच हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी पीके अग्रवाल द्वारा की जा रही है।
अब तक हुई जांच में पता चला कि डिपोर्ट होकर वापस लौटने वालों में से कोई अपना मकान बेचकर विदेश गया था तो किसी के मां-बाप ने प्लाट, दुकान और जमीनें बेचकर अपने लाडलों को डालर कमाने के लिए विदेश भेजा था।
गृह मंत्री अनिल विज ने शुक्रवार को चंडीगढ़ में बताया कि इस मामले में अब तक 70 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं। सभी युवक एफआईआर में उन तमाम लोगों के नाम लिखवा रहे हैं, जिन्होंने उन्हें विदेश भेजा और उसके बदले में पैसे लिए। प्रत्येक व्यक्ति के नाम से एफआईआर हो रही है और उसमें ही कबूतरबाजों द्वारा ली जाने वाली रकम का उल्लेख है। गृह मंत्री ने बताया कि हरियाणा में कई गिरोह सक्रिय हैं। पुलिस महानिदेशक मनोज यादव से कहा गया है कि सभी ऐसे लोगों की सूची उन्हें सौंपी जाए, जो विदेश भेजने का काम करते हैं। इनमें ऐसी सूची भी तलब की गई है, जो अवैध ढंग से लोगों को विदेश भेजते हैं। इन संख्या सैकड़ों में हो सकती है। गृह मंत्री के अनुसार हरियाणा सरकार अब ऐसे लोगों का भी पता लगाने में जुटी है, जो विदेश गए हुए हैं। हरियाणा के विदेश गए तमाम लोगों की सूची तलब की जा रही है। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि कौन व्यक्ति किस एजेंट के जरिये किस काम के लिए किस देश में गया हुआ है।
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मैक्सिको के रास्ते पहुंचाया अमेरिका
गृह मंत्री ने माना कि डिपोर्ट होकर आए इन सभी हरियाणा के युवाओं को गैर कानूनी तरीके से भेजा गया था। उन्हें कभी कभी जंगल में रखा गया तो कभी कश्ती में समुंदर में घुमाया गया। मैक्सिको में जाकर वहां के रास्ते इन लोगों को अमेरिका में उतारा गया। यह लोग डालर कमाने वहां गए थे। उनके मां बाप और भाई बहनों की आंखों में कई तरह के सपने थे। कुछ ने रिश्तेदारों से कर्ज लिए थे। कुछ ने ब्याज पर पैसा उठाया था और वहां जाकर यह युवक जेल चले गए। हमने सभी की एफआइआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं। सभी एफआइआर दर्ज होने के बाद इन कबूतरबाजों को हिरासत में ले लिया जाएगा