चंडीगढ़। पंजाब के किसानों ने मंगलवार को प्रदेश के विभिन्न शहरों में सरकार के विरूद्ध धरना देते हुए बिना किसी देरी के धान की रोपाई के लिए बिजली देने की मांग उठाई। भारतीय किसान यूनियन के प्रधान सुखदेव सिंह कोकरी कलां ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा इस साल धान की रोपाई के लिए 20 जून से बिजली दिए जाने की बात की जा रही है जबकि प्रदेश के कई हिस्सों में किसानों के खेत धान की रापोई के लिए तैयार हैं।
दूसरा अगर सरकार 20 जून से बिजली देती है तो इससे निम्न दर्जे के किसान बिजली आपूर्ति से वंचित रह जाते हैं और उन्हें धान की रोपाई के लिए पानी नहीं मिल पाता है। किसान नेताओं ने बताया कि पंजाब सरकार अगर तत्काल प्रभाव से खेतों में सिंचाई के लिए बिजली जारी करती है तो इस साल धान की बेहतर फसल पैदा हो सकती है। वर्तमान हालातों में खेतों की सिंचाई के लिए अधिक पानी की जरूरत पड़ती है।
कोकरी कलां ने पंजाब सरकार के इस रवैये के विरोध में आज मोगा, जालंधर, फतेहगढ़ साहिब, पटियाला आदि समेत कई जिलों में किसानों ने धरना देते हुए पंजाब सरकार से यह मांग उठाई कि वह धान के सीजन को देखते हुए बिजली की आपूर्ति गावों को दे।