अहमदाबाद,10 दिसंबर ( न्यूज़ अपडेट इंडिया ) । भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बडगाम से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे दलित नेता जिग्नेश मेवाणी के देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने और पीआइएफ के राजनीतिक संगठन से चंदा लेने पर आपत्ति जताई है। शाह ने सलमान निजामी को चुनाव प्रचार के लिए लाने पर कांग्रेस पर भी कई सवाल उठाए। उन्होंने कांग्रेस नेताओं के गुपचुप तरीके से पाकिस्तान के उच्चायुक्त से मिलने पर भी कड़ी आपत्ति दर्ज की।
भाजपा अध्यक्ष शाह ने गांधीनगर भाजपा कार्यालय श्रीकमलम में पत्रकारों को बताया कि नई दिल्ली में पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह, पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, पूर्वमंत्री मणिशंकर अय्यर गुपचुप तरीके से पाकिस्तानी उच्चायुक्त से मुलाकात की है। उन्होंने कांग्रेस नेताओं के पाकिस्तान के उच्चायुक्त से मुलाकात पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारत सरकार व विदेश मंत्रालय की जानकारी के बिना दिल्ली में करीब तीन घंटे तक उनकी मुलाकात क्यों हुई।
शाह ने यह भी कहा कि पीएफआइ पर देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप हैं। उसके अग्रिम संगठन से जिग्नेश मेवाणी चंदा लेते हैं, इसीलिए कांग्रेस ने उन्हें अपना समर्थन दिया। अन्यथा जिग्नेश कांग्रेस के चुनाव निशान पर चुनाव लड़ रहे होते।
शाह ने गुजरात में कांग्रेस का प्रचार करने वाले कश्मीर के युवक कांग्रेस नेता सलमान निजामी पर आपत्ति जताते हुए कहा कि ऐसी क्या मजबूरी थी कि निजामी को गुजरात में प्रचार के लिए लाना पड़ा। निजामी पर कश्मीर के विद्रोहियों का साथ देने का आरोप है तथा वह अफजल गुरु का समर्थक रहा है।
गुजरात चुनाव में प्रचार करने पहुंचे कश्मीर के युवक कांग्रेस नेता सलमान निजामी के खिलाफ अहमदाबाद में पोस्टर लगे हैं। पोस्टर में 'जो अफजल का यार है वो देश का गद्दार है' जैसे नारे लिखे हैं। गत दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सलमान के बयानों को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा था।
संसद पर हमले मामले में फांसी की सजा पाने वाले आतंकी अफजल गुरु के समर्थन में नारे लगाने वाले सलमान निजामी गुजरात में कांग्रेस का प्रचार करने पहुंचे हैं जो भाजपा को नागवार गुजरा है। पीएम मोदी अपने भाषणों में उसके नाम का उल्लेख कर भाषणों में कांग्रेस से अपना रुख स्पष्ट करने को कह रहे हैं। उधर, सरदार पटेल मंच ने अहमदाबाद सरखेज गांधीनगर हाइवे के पास गोता में पोस्टर लगाकर सलमान निजामी का विरोध किया है। निजामी को गद्दार की संज्ञा देते हुए मंच ने उनके साथियों को भी देश का गद्दार कहा है।