अमृतसर,07 दिसंबर ( न्यूज़ अपडेट इंडिया ) गैंगस्टर हैरी चट्ठा और गोपी घनशामपुरा को जब खुफिया एजेंसियां और पंजाब पुलिस उप्र, हिमाचल, हरियाणा और पंजाब में तलाश कर रही थी तो वह अमृतसर में ही डाक्टरों से रंगदारी वसूल रहे थे। पता चला है कि गैंगस्टर्स ने दीवाली के समय बुकियों से ही नहीं बल्कि डाक्टरों और कुछ कारोबारियों से भी करोड़ों रुपये की रंगदारी वसूली। बताया जा रहा है कि तीनों डाक्टरों ने उक्त राशि का भुगतान गैंगस्टर्स के गुर्गों को अलग-अलग ठिकानों पर किया। हालाकि जब डाक्टर से इस बारे में बात की तो उन्होंने बताया कि वह पैसों का भुगतान कर चुके हैं। लेकिन जब इस संबंध में खबर छापने के बारे में डाक्टर से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह किसी परेशानी में फंसना नहीं चाहते। डाक्टर ने बताया कि आज भी वह और उनका परिवार खौफ में है। बता दें, तीनों ही डाक्टरों का शहर में खासा रुतबा है और ढाई करोड़ रुपये चुकाने वाले डाक्टर का शहर में एक नामी अस्पताल है। दीवाली के एक माह बाद जब डाक्टर ने इस बात जिक्र अपने खास पुलिस अधिकारी के साथ किया। पुलिस अधिकारी के कहने पर डाक्टर कुछ दिन पहले डीजीपी सुरेश अरोड़ा के समक्ष पेश हुए, लेकिन शिकायत देने से इनकार कर दिया है।
लोगों से पता चल रहा है वसूली का : एडीसीपी लखबीर ¨सह
लोगों से तीन डाक्टरों की वसूली के बारे में सुनने को मिल रहा है। लेकिन किसी डाक्टर ने अब तक कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई है। फिर भी पुलिस अपने स्तर पर मामले की तह तक जाने का प्रयास कर रही है। जल्द ही एक टीम डाक्टरों से मिलेगीं। ताकि मामला दर्ज किया जा सके।
गैंगस्टर्स के पास है फाइनेंसरों और कारोबारियों की लिस्ट
एक आइपीएस अधिकारी ने बताया कि पता चला है कि गैंगस्टर्स के पास पंजाब ही नहीं पड़ोसी राज्यों में रहने वाले फाइनेंसरों, कारोबारियों की लिस्ट है। जिससे वह रंगदारी वसूलते हैं।
डा. मुनीष के अपहरण के बाद खौफ में है डाक्टर
गैंगस्टर्स गुरप्रीत ¨सह उर्फ गोपी घनशामपुरा ने 17 मई की रात डाक्टर मुनीष का अजनाला से अपहरण कर लिया था। उसके बाद शहर के कुछ नामी डाक्टर अपनी सुरक्षा परेशान हैं। पता चला है कि जब गैंगस्टर्स ने उक्त डाक्टरों को धमकाया था तो उसमें डाक्टर मुनीष के अपहरण का हवाला भी दिया गया था।
उप्र से बच निकला था गैंगस्टर गोपी
गौर रहे गैंगस्टर गोपी घनशामपुरा दीवाली के समय उत्तर प्रदेश पुलिस के नेकसेस में फंस गया था। आरोप लगे थे कि उप्र पुलिस के एक आइजी ने गोपी को छोड़ने के लिए पचास लाख की डील की थी। उक्त राशि का बंदोबस्त अमृतसर के शराब कारोबारी ¨रपल ने किया था। इसका खुलासा एटीएस के आइजी कुंवर विजय प्रताप ¨सह कर चुके हैं।