यमुनानगर, 08 अक्तूबर ( न्यूज़ अपडेट इंडिया ) : उच्च शिक्षा में व्याप्त भ्रष्टाचार के इस दौर में आज भी ऐसे शिक्षको की कमी नहीं जो अपने विद्यार्थियों को अपने बच्चों और सगे संबंधियों से बढ़ कर शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। ऐसे ही निस्वार्थ अध्यापकों में गुरु नानक खालसा कॉलेज के अंग्रेजी विभाग के प्राध्यापक डा. आरएस शर्मा हैं जो कि पिछले 34 वर्ष से अंग्रेजी भाषा का शिक्षण कार्य कर रहे हैं। प्रोफेसर शर्मा ने उस समय पीएचडी की डिग्री प्राप्त की है जब कि उनकी रिटायरमेंट को मात्र कुछ समय ही रह गया है। उन्होंने यह डिग्री बाबा साहिब भीम राव आंबेडकर बिहार युनिवर्सिटी मुजफरपुर से प्राप्त की है और उनका विषय विभाजन पर अंग्रेजी में भारतीय उपन्यासों में जुदाई का दु:ख रहा है, जबकि उनके बेटे ध्रुव व्यास ने भी इस ही युनिवर्सिटी से पीएचडी की डिग्री हासिल की है, उनके थीसिस का विषय अंग्रेजी में श्रीलंका के उपन्यासों में पहचान के लिए खोज रहा है। प्रोफेसर शर्मा ने बताया कि ध्रुव व्यास तो गुरु नानक खालसा कॉलेज का मेधावी छात्र रहा है उसने बीए इंग्लिश हॉनर और एमए इंग्लिश इस ही कॉलेज से की है जब कि उस ने एमफिल की डिग्री चोधरी देवी लाल युनिवर्सिटी सिरसा से प्राप्त की है। प्रोफेसर शर्मा ने भले ही स्वयं एमए एमफिल इंग्लिश की शैक्षिक योग्यता से इतने वर्ष गुजारे हों फिर भी यदि उन्हें अंग्रेजी भाषा का चलता फिरता इनसाइक्लोपीडिया कहा जाए तो गलत नहीं होगा। अपने इतने लंबे कार्यकाल में उन्होंने लगभग 30 रिसर्च स्कालरों व अन्य लोगो के थीसिस व खोज प्रबन्धों को दुरुस्त करके उन्हें एमफिल और पीएचडी के डिग्रीधारी बनने में मदद कर चुके हैं।
सन 2008 में अपनी सेवाकाल के 25 वर्ष पूरे करने पर कॉलेज प्रबन्धक समिति से सम्मानित डॉ. आर एस शर्मा से कोई भी व्यक्ति उनसे किसी भी ¨हदी शब्द या वाक्य का अनुवाद करने को कहे वह तुरंत उसे उस शब्द के अंग्रेजी भाषा के अनेक शब्द बता सकते हैं जिस के चलते वह विद्यार्थियों में लोकप्रिय हैं। डॉ. शर्मा का लोकप्रिय क्षेत्र ब्रिटिश लिटरेचर इंडियन राइ¨टग इन इंग्लिश इंडियन नॉवेलिस्ट विशेष रूप से मुल्क राज आनंद रहे हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने और उनके बेटे की पीएचडी के लिए एक ही युनिवर्सिटी में एक ही दिन रजिस्ट्रेशन हुई एक ही दिन उन्होंने अपने अपने थीसिस सबमिट किये एक ही दिन मौखिक परीक्षा हुई और एक ही दिन उन्हें पीएचडी की डिग्रीयों से नवाजा गया। उन्होंने अपनी और अपने बेटे को इतनी महत्वपूर्ण डिग्रीयां मिलने पर गुरु नानक शिक्षण संस्थायों के चेयरमैन भू¨पदर ¨सह जौहर, कॉलेज प्रबन्धक समिति कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मंदीप ¨सह और स्टाफ का तह दिल से धन्यवाद किया।